ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News देशमहाराष्ट्र में तनातनी के बीच राज्यपाल पर टिकी नजरें, उद्धव ठाकरे की BJP को दो टूक

महाराष्ट्र में तनातनी के बीच राज्यपाल पर टिकी नजरें, उद्धव ठाकरे की BJP को दो टूक

महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना के बीच सत्ता के लिए तनातनी जारी है। गुरुवार को भाजपा नेताओं ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात भी की लेकिन सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया। उधर,शिवसेना अपना...

महाराष्ट्र में तनातनी के बीच राज्यपाल पर टिकी नजरें, उद्धव ठाकरे की BJP को दो टूक
मुंबई, लाइव हिन्दुस्तानFri, 08 Nov 2019 07:27 AM
ऐप पर पढ़ें

महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना के बीच सत्ता के लिए तनातनी जारी है। गुरुवार को भाजपा नेताओं ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात भी की लेकिन सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया। उधर,शिवसेना अपना मुख्यमंत्री बनाने की मांग पर अड़ी हुई है। राज्य में नौ नवंबर तक सरकार का गठन हो जाना है। ऐसे में सबकी नजरें राज्यपाल पर टिकी हुई हैं।

वहीं, राज्य में गुरुवार को दिनभर खींचतान चलती रही। पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने विधायकों के साथ चर्चा की। उद्धव ठाकरे के हवाले से कहा गया कि भाजपा उनसे तभी संपर्क साधे जब मुख्यमंत्री पद शिवसेना को देने के लिए तैयार हो। इसके बाद पार्टी के सभी विधायकों को एक होटल में भेज दिया गया। 
दोपहर बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल, राज्य सरकार में मंत्री सुधीर मुनगंटीवार और गिरीश महाजन ने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने में देरी के कानूनी पहलुओं पर चर्चा की। 

ये भी पढ़ें: नितिन गडकरी बोले- मैं दिल्ली में ही रहूंगा, फडणवीस करेंगे महाराष्ट्र का नेतृत्व

पाटिल ने कहा कि मौजूदा स्थिति के कानूनी पहलुओं पर चर्चा की है। अब अपने नेताओं से मंथन कर अगले कदम पर फैसला लेंगे। इसके बाद महाराष्ट्र के महाधिवक्ता आशुतोष कुंभकोणि ने राजभवन जाकर राज्यपाल से मुलाकात की। ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि अगर तय समय (नौ नवंबर) तक विधानसभा का गठन नहीं हुआ तो राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी कार्यवाहक मुख्यमंत्री नियुक्त कर सकते हैं।

सदन में आंकड़े दिखाएंगे: राउत

शिवसेना नेता संजय राउत ने गुरुवार को भाजपा पर आरोप लगाया कि वह सरकार गठन में देरी कर राष्ट्रपति शासन थोपने की स्थिति बना रही है। राउत ने कहा कि भाजपा को ऐलान करना चाहिए कि वह सरकार बनाने में सक्षम नहीं हैं। इसके बाद शिवसेना कदम बढ़ाएगी। सदन में पता चलेगा कि हमारे पास क्या आंकड़े हैं। राउत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके नेता राज्यपाल से मिलने गए थे लेकिन उन्होंने दावा पेश क्यों नहीं किया? वे खाली हाथ क्यों लौट आए? क्योंकि उनके पास आंकड़े नहीं हैं। 

ये भी पढ़ें: मुख्यमंत्री पद के लिए शिवसेना-भाजपा में गतिरोध जारी, राज्यपाल के पास पहुंचा झगड़ा

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें