ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News देशMaharashtra Politics: शिवसेना-NCP-कांग्रेस का नहीं हुआ गठबंधन, अब ऑपरेशन लोटस की तैयारी में BJP

Maharashtra Politics: शिवसेना-NCP-कांग्रेस का नहीं हुआ गठबंधन, अब ऑपरेशन लोटस की तैयारी में BJP

महाराष्ट्र में बीते कई दिनों से चल रहे सियासी उठापटक के बीच मंगलवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मंजूरी दे दी। हालांकि, इसके खिलाफ शिवसेना सुप्रीम कोर्ट चली गई...

Maharashtra Politics: शिवसेना-NCP-कांग्रेस का नहीं हुआ गठबंधन, अब ऑपरेशन लोटस की तैयारी में BJP
केतकी घोघे, हिन्दुस्तान टाइम्सWed, 13 Nov 2019 09:36 AM
ऐप पर पढ़ें

महाराष्ट्र में बीते कई दिनों से चल रहे सियासी उठापटक के बीच मंगलवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मंजूरी दे दी। हालांकि, इसके खिलाफ शिवसेना सुप्रीम कोर्ट चली गई है। अब राज्य में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी बीजेपी सरकार बनाने के लिए कोशिश करेगी।

बीजेपी को महाराष्ट्र में 105 सीटों पर जीत मिली है और बहुमत हासिल करने के लिए 40 विधायकों का समर्थन और चाहिए। अब पार्टी न सिर्फ राज्य के 29 निर्दलीय विधायकों का समर्थन हासिल करने की कोशिशें करेगी, बल्कि दूसरे दलों के विधायकों को भी अपने पाले में करने का प्रयास करेगी।

महाराष्ट्र में 59 वर्ष के इतिहास में तीसरी बार लगाया गया राष्ट्रपति शासन

पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता नारायण राणे ने कहा कि मैंने देवेंद्र फणडवीस से मुलाकात कर उनसे कहा है कि हमें सरकार बनाने की कोशिश करनी चाहिए। सरकार बनाने के लिए जो भी जरूरी होगा, वह हम करेंगे। मुझे नहीं लगता कि शिवसेना एनसीपी के साथ जाएगी।

यह साफ दर्शा रहा है कि बीजेपी महाराष्ट्र में ऑपरेशन लोटस शुरू कर सकती है। मालूम हो कि पार्टी ने हाल ही में इसी तरह से कर्नाटक में भी बहुमत हासिल किया था। बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने हमारे सहयोगी अखबार हिन्दुस्तान टाइम्स को सोमवार को बताया था कि अगर राष्ट्रपति शासन लगता है कि पार्टी शिवसेना और कांग्रेस दोनों विधायकों का समर्थन हासिल करने की कोशिश करेगी। 

सियासत: महाराष्ट्र में शिवसेना अपने 50-50 के फॉर्मूले पर उलझी

वरिष्ठ बीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि हम राज्य के राजनीतिक घटनाक्रम पर कड़ी नजर रख रहे हैं। अब तक कांग्रेस-एनसीपी ने शिवसेना को अपना समर्थन नहीं दिया है या यहां तक कि शिवसेना के नेताओं से भी मुलाकात नहीं की है। हमने इन सभी घटनाक्रमों पर विस्तार से चर्चा की है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें