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महाराष्ट्र: Covid-19 से उबर चुके युवक को डेथ सर्टिफिकेट लेने के लिए आया फोन, घबराए युवक की शिकायत पर मचा हड़कंप

Covid-19 से उबर चुके एक युवक को डेथ सर्टिफिकेट लेने के लिए फोन आने के बाद से हड़कंप मच गया है। मामला महाराष्ट्र के थाणे का है। जानकारी के मुताबिक 54 साल के चंद्रशेखर देसाई को बीते मंगलवार को थाणे...

महाराष्ट्र: Covid-19 से उबर चुके युवक को डेथ सर्टिफिकेट लेने के लिए आया फोन, घबराए युवक की शिकायत पर मचा हड़कंप
लाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीThu, 01 Jul 2021 04:35 PM

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Covid-19 से उबर चुके एक युवक को डेथ सर्टिफिकेट लेने के लिए फोन आने के बाद से हड़कंप मच गया है। मामला महाराष्ट्र के थाणे का है। जानकारी के मुताबिक 54 साल के चंद्रशेखर देसाई को बीते मंगलवार को थाणे म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन की तरफ से एक फोन आया कि वो अपना मृत्यु प्रमाण पत्र ले जाएं। इस फोन कॉल ने चंद्रशेखर देसाई के होश उड़ा दिये। 

'The Indian Express' की एक रिपोर्ट के मुताबिक चंद्रशेखर देसाई पेशे से एक शिक्षक हैं। चंद्रशेखर, घाटकोपर स्थित एक स्कूल में पढ़ाते हैं। थाणे के मनपदा के रहने वाले चंद्रशेखर देसाई अगस्त 2020 में कोरोना पॉजीटिव हो गए थे। लेकिन घर पर ही इलाज के बाद वो इस संक्रमण से स्वस्थ भी हो गये थे। क्वारन्टाइन पीरियड के दौरान एक महिला ने चंद्रशेखर को फोन किया। इस महिला ने खुद को थाणे नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी बताते हुए कहा कि यह फोन चंद्रशेखर देसाई को डेथ सर्टिफिकेट देने के संबंध में किया गया है। 

चंद्रशेखर देसाई के मुताबिक, महिला ने उनसे कहा कि 'थाणे म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन चंद्रशेखर देसाई का मृत्यु प्रमाण पत्र सौंपना चाहती है। जब मैंने उन्हें बताया कि मैं चंद्रशेखर देसाई बोल रहा हूं तब वो महिला चकित रह गईं। उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या उनके परिवार में किसी की हाल में मौत हुई है या फिर क्या उनके परिवार का कोई सदस्य कोविड से संक्रमित हुआ है। इसके बाद महिला ने फोन काट दिया।'

इस फोन कॉल से घरबराए चंद्रशेखर देसाई आनन फानन में अपनी शिकायत लेकर थाणे म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन के कोविड वॉर रूम में पहुंचे। चंद्रशेखर देसाई का आरोप है कि जब उन्होंने इस फोन कॉल के आने की वजह पूछी तब वहां मौजूद कर्मचारियों ने अपनी गलती मानने से इनकार करते हुए पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया। कर्मचारियों ने उन्हें बताया कि उनका नाम ICMR की लिस्ट में है। लेकिन चंद्रशेखर देसाई ने उनसे कहा कि अगर म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन ने उनका नाम ICMR  को नहीं भेजा तब उनका नाम आखिर इस लिस्ट में आया कैसे? लेकिन इसका जवाब वहां मौजूद कर्मचारी नहीं दे सके।

बहरहाल अब इस मामले में नगर निगम के कर्मचारियों ने चंद्रशेखर देसाई से वादा किया है कि वो इस भूल को सुधारने के लिए जरुरी कदम उठाएंगे। अधिकारियों का कहना है कि रिपोर्टिंग सिस्टम में गड़बड़ी होने की वजह से ऐसा हो सकता है, इसे ठीक करने की कोशिश की जा रही है। 
 

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