लोकसभा चुनाव: पंजाब और चंडीगढ़ की चार सीटों के समीकरणों में उलझी भाजपा
पंजाब की तीन सीटों और चंडीगढ़ के लिए लोकसभा उम्मीदवार तय करने में भाजपा को कई अंदरूनी समीकरणों से जूझना पड़ रहा है। सबसे हाई प्रोफाइल मानी जाने वाली अमृतसर सीट से केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, राजेंद्र...
पंजाब की तीन सीटों और चंडीगढ़ के लिए लोकसभा उम्मीदवार तय करने में भाजपा को कई अंदरूनी समीकरणों से जूझना पड़ रहा है। सबसे हाई प्रोफाइल मानी जाने वाली अमृतसर सीट से केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, राजेंद्र मोहन चीमा के साथ चंडीगढ़ की मौजूदा सांसद किरण खेर का नाम भी चर्चा में है। चंडीगढ़ में खेर के साथ संजय टंडन का नाम है। होशियारपुर में मौजूदा सांसद और केंद्रीय मंत्री विजय सांपला को टिकट मिलने की उम्मीद है।
पंजाब की 13 लोकसभा सीटों में भाजपा अकाली दल के साथ समझौते में तीन लोकसभा सीटों अमृतसर, गुरुदासपुर और होशियारपुर पर चुनाव लड़ती है। बाकी दस सीटों पर अकाली दल लड़ता है। बीते लोकसभा चुनाव में भाजपा को अमृतसर में अपने बड़े नेता अरुण जेटली के बाद भी हार मिली थी। देश में चली मोदी लहर का पंजाब में ज्यादा असर नहीं हुआ था। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस सीट को जीता था। बाद में उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद भी उपचुनाव में भाजपा को सफलता नहीं मिली थी। अलबत्ता वह अपने हिस्से की बाकी दोनों सीटें गुरुदासपुर और होशियारपुर जीतने में सफल रही थी।
इसे देखते हुए भाजपा इस बार अमृतसर को लेकर काफी गंभीर है। यहां पर हिंदू-सिख समीकरणों के चलते भाजपा में रहते हुए नवजोत सिंह सिद्धू जीतते रहे थे। अब भाजपा यहां पर केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, राजेंद्र मोहन चीमा, किरण खेर, तरुण चुग के नामों पर विचार कर रही है। किरण खेर अभी चंडीगढ़ से सांसद है। चंडीगढ़ में किरण खेर के साथ संजय टंडन का नाम है। कांग्रेस ने यहां से पूर्व रेल मंत्री पवन बंसल को उतारा है। होशियारपुर में भाजपा मौजूदा सांसद और केंद्रीय मंत्री विजय सांपला पर दांव लगा सकती है। गुरुदासपुर सीट को लेकर भी पेंच फंसा हुआ है। इस सीट पर पिछली बार फिल्म अभिनेता जीते थे। उनके निधन के बाद हुए उपचुनाव में भाजपा इस सीट को हार गई थी। तब यहां से विनोद खन्ना की पत्नी कविता खन्ना को टिकट नहीं दिया गया था। इस बार कविता खन्ना की मजबूत दावेदारी है।