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लोकसभा चुनाव की तैयारी: दिल्ली BJP ने बनाए 1800 व्हाट्सएप ग्रुप, हर ग्रुप में अमित शाह मेंबर

दिल्ली भाजपा इकाई ने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले 1800 से ज्यादा व्हाट्सएप ग्रुप बनाए हैं। हर एक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को सदस्य बनाया गया है, ताकि उन्हें सीधे सूचना मिल...

लोकसभा चुनाव की तैयारी: दिल्ली BJP ने बनाए 1800 व्हाट्सएप ग्रुप, हर ग्रुप में अमित शाह मेंबर
नई दिल्ली, कार्यालय संवाददाताSun, 22 Jul 2018 07:39 AM
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दिल्ली भाजपा इकाई ने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले 1800 से ज्यादा व्हाट्सएप ग्रुप बनाए हैं। हर एक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को सदस्य बनाया गया है, ताकि उन्हें सीधे सूचना मिल सके। दिल्ली भाजपा इकाई 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले मंडल स्तर पर टीमों का नए सिरे से गठन कर रही है। दिल्ली भाजपा इकाई के मीडिया मामलों के प्रमुख एवं सोशल मीडिया इकाई के सह-प्रभारी नीलकांत बख्शी ने बताया कि हम पार्टी के सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाने की कोशिश कर रहे हैं। अब तक 1800 से ज्यादा व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं। इसकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। भाजपा का लक्ष्य सीधे सूचना मुहैया कराना और फर्जी खबरों पर रोक लगाना है। हर ग्रुप में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और दिल्ली के भाजपा प्रमुख मनोज तिवारी के संपर्क नंबर होंगे। ताकि उनके पास सीधी जानकारी पहुंच सकेगी।

जीत के बाद आक्रामक रणनीति में जुटी भाजपा
विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को भारी अंतर से ध्वस्त कर भाजपा नेतृत्व ने मिशन 2019 के लिए अपने तेवरों को नई धार देनी शुरू कर दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश की शाहजहांपुर रैली में विपक्ष पर आक्रामक रहे, वहीं पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने जयपुर में कार्यकर्ताओं को नए जोश से भरा है। नई परिस्थितियों में गठबंधन को लेकर भी नए संकेत उभरे हैं। शिवसेना के गच्चा देने के बदले में भाजपा ने अन्नाद्रमुक के साथ अपने संबधों को मजबूती दी है। वहीं बीजद व टीआरएस को भविष्य के सहयोगियों के रूप में तैयार किया है। 

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संसद भवन से शुक्रवार रात जब भाजपा अध्यक्ष अमित शाह दो उंगलियों से विजय चिह्न बनाने बाहर निकले तो यह महज सदन के भीतर जीत का संकेत भर नहीं था, बल्कि विपक्ष की तैयारियों पर तीखा कटाक्ष भी था। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा को विपक्षी रणनाति पर जिस बढ़त की जरूरत थी, वह इस अविश्वास प्रस्ताव ने पूरी कर दी है। 

चुनावों  के लिए बढ़ा मनोबल
भाजपा के सामने लोकसभा से पहले अपनी सरकारों वाले तीन महत्वपूर्ण राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान व छत्तीसगढ़ की चुनौती है। इन राज्यों में जिस तरह की अटकलें लग रहीं थी, उसे देखते हुए भाजपा मैं बैचेनी थी, लेकिन अब उसे राहत मिली है। 

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