ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News देशलोकसभा चुनाव 2019: BJP की टिकट पर रामपुर से आजम को चुनौती दे सकती हैं जयाप्रदा

लोकसभा चुनाव 2019: BJP की टिकट पर रामपुर से आजम को चुनौती दे सकती हैं जयाप्रदा

कभी समाजवादी पार्टी से रामपुर सीट से दो बार सांसद रहीं फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा इस बार भाजपा के टिकट पर वहीं से चुनाव लड़ सकती हैं। भाजपा में रामपुर के निवर्तमान सांसद नेपाल सिंह के अस्वस्थ रहने और...

लोकसभा चुनाव 2019: BJP की टिकट पर रामपुर से आजम को चुनौती दे सकती हैं जयाप्रदा
राज्य मुख्यालय,प्रमुख संवाददाताTue, 26 Mar 2019 07:11 AM
ऐप पर पढ़ें

कभी समाजवादी पार्टी से रामपुर सीट से दो बार सांसद रहीं फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा इस बार भाजपा के टिकट पर वहीं से चुनाव लड़ सकती हैं। भाजपा में रामपुर के निवर्तमान सांसद नेपाल सिंह के अस्वस्थ रहने और आयु अधिक होने के कारण उनकी जगह पर किसी और को टिकट दिए जाने पर काफी समय से मंथन चल रहा था। 

दूसरी ओर अमर सिंह ने हिन्दुस्तान से बाचतीत में कहा है कि उन्होंने टिकट की मांग नहीं की है लेकिन पार्टी विचार अवश्य कर रही है। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थक हैं और उनकी नीतियों में विश्वास करते हैं। 

पार्टी के सामने सपा के कद्दावर नेता आजम खान को उनके गढ़ में ही घेरने के लिए मजबूत और रामपुर के नब्जों को समझने वाले उम्मीदवार को उतारने की चुनौती थी। लिहाजा जया को पार्टी में शामिल कर रामपुर सीट पर उतारने के लिए शीर्ष नेतृत्व में सहमति बताई जा रही है। 

सूत्रों की मानें तो सपा के पूर्व नेता एवं राज्य सभा सांसद अमर सिंह भी जया को भाजपा में शामिल कर उन्हें चुनाव लड़वाने का दबाव भाजपा नेतृत्व पर लगातार बना रहे थे और नेतृत्व से उन्हें सकारात्मक आश्वासन भी मिल रहा था लेकिन जया को कहां से चुनाव लड़ाया जाए इस पर पार्टी मंथन कर रही थी। पार्टी सूत्रों की माने तो मंगलवार को नई दिल्ली में जयाप्रदा को पार्टी में शामिल किए जाने की घोषणा की जा सकती है। इसके लिए केन्द्रीय चुनाव समिति ने पहले ही अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है। 

जयाप्रदा 2004 व 2009 में रामपुर से सांसद रह चुकी हैं। दोनों ही बार जया ने कांग्रेस की बेगम नूर बानों को हराया था। वर्ष 1994 में  फिल्म अभिनेता से नेता बने आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एनटी रामाराव उन्हें तेलगु देशम पार्टी में लाए थे। बाद में जया ने रामाराव का साथ छोड़कर तेलगु देशम के चन्द्रबाबू नायडु वाले गुट में शामिल हो गईं। 1996 में जया आन्ध्र प्रदेश से राज्यसभा पहुंची। बाद में चन्द्रबाबू से भी मतभेद होने पर जया ने तुलगु देशम को भी अलविदा कह दिया और समाजवादी पार्टी में शामिल हो गईं। 

राहुल गांधी के गरीबों से किए वादे को अरुण जेटली ने बताया धोखा

लोकसभा चुनाव 2019: संजय निरूपम को मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटाया

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें