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F-21 फाइटर जेट को लेकर IAF के 18 अरब डॉलर के सौदे पर लॉकहीड मार्टिन की नजर

अमेरिका की दिग्गज कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने भारत को तेजस युद्धक विमान की क्षमता बढ़ाने तथा अगली पीढ़ी का उन्नत बहुद्देश्यीय युद्धक विमान (एएमसीए) विकसित करने के करोड़ों डॉलर कार्यक्रम में मदद की पेशकश...

F-21 फाइटर जेट को लेकर IAF के 18 अरब डॉलर के सौदे पर लॉकहीड मार्टिन की नजर
भाषा,नई दिल्लीThu, 13 Feb 2020 09:02 PM
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अमेरिका की दिग्गज कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने भारत को तेजस युद्धक विमान की क्षमता बढ़ाने तथा अगली पीढ़ी का उन्नत बहुद्देश्यीय युद्धक विमान (एएमसीए) विकसित करने के करोड़ों डॉलर कार्यक्रम में मदद की पेशकश की है। अमेरिकी विमान कंपनी ने यह पेशकश 24-25 फरवरी को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पहली भारत यात्रा से पहले की है। ट्रंप की यात्रा के दौरान दोनों रणनीतिक साझेदारों के बीच रक्षा और सैन्य सहयोग के और मजबूत होने की उम्मीद है।

लॉकहीड मार्टिन के एक वरिष्ठ अधिकारी विवेक लाल ने कहा कि कंपनी तेजस युद्धक जेट के साथ ही अगली पीढ़ी के महत्वाकांक्षी विमान के विकास में भारत की सहायता करने के लिए तैयार है। कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट (स्ट्रेटजी एंड बिजनेस डेवलपमेंट) लाल ने पीटीआई भाषा के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि हम तेजस के साथ-साथ एएमसीए परियोजना के लिए भारत सरकार या भारतीय वायु सेना की किसी भी जरूरत को पूरा करने में मदद के लिए तैयार हैं।

स्वदेश में विकसित तेजस हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड और एयरोनॉटकिल डेवलपमेंट एजेंसी की परियोजना रही है और दोनों कंपनियां अब तेजस के उन्नत संस्करण पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं ताकि इसे विश्व स्तरीय विमान बनाया जा सके। भारत अपनी वायु क्षमता में वृद्धि के लिए पांचवीं पीढ़ी के मध्यम वजन वाले लड़ाकू विमान जेट को विकसित करने के लिए महत्वाकांक्षी पांच अरब अमेरिकी डॉलर की परियोजना पर भी काम कर रहा है।

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लाल के अनुसार मार्टिन का एफ-21 जेट भारतीय वायु सेना के लिए एक आकर्षक विकल्प है जो 118 लड़ाकू विमानों की खरीद करना चाहता है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी युद्धक विमानों का चयन कर भारत 165 अरब डॉलर के वैश्विक विमान बाजार से जुड़ जाएगा। उन्होंने कहा, ''एक बार जब आपको एफ-21 जैसा प्लेटफॉर्म मिल जाए जो भारत की इच्छा के अनुरूप भविष्य के विन्यास के लिए एक दीर्घकालिक संबंध की शुरुआत है, भविष्य का प्लेटफ़ॉर्म है जिसे भारत विकसित करना चाहता है।"

भारतीय वायुसेना के 18 अरब डॉलर के सौदे को देखते हुए, लॉकहीड मार्टिन ने विशेष रूप से भारत को अपने नए एफ -21 लड़ाकू विमान की पेशकश की है और यह वादा भी किया है कि अगर कंपनी को अनुबंध मिल जाए तो वह भारत में भी एक विनिर्माण केंद्र स्थापित कर सकती है। कंपनी ने कहा कि अगर उसे 114 जेट के लिए अनुबंध मिलता है तो वह जेट किसी अन्य देश को नहीं बेचेगी।

भारतीय वायुसेना के लिए एफ -21 को बेहतरीन प्लेटफॉर्म बताते हुए उन्होंने कहा कि अन्य प्रतिस्पर्धी विमानों की अपेक्षा इस विमान में 40 प्रतिशत अधिक हथियार पैकेज होंगे। लाल ने कहा कि भारत को एफ-21 की विशेष रूप से पेशकश की जा रही है। यह भारत के लिए एक अनूठा प्लेटफॉर्म है। इसकी कई खूबियां भारत केंद्रित है।

वायु सेना ने पिछले साल अप्रैल में 18 अरब डॉलर की लागत से 114 जेट हासिल करने के लिए प्रारंभिक निविदा जारी की थी। उसे हाल के वर्षों में दुनिया के सबसे बड़े सैन्य खरीद में से एक बताया गया। इस सौदे के लिए शीर्ष दावेदारों में लॉकहीड का एफ-21, बोइंग का एफ / ए -18, दसॉल्ट एविएशन का राफेल, यूरोफाइटर टाइफून, रूसी विमान मिग 35 और साब का ग्रिपेन शामिल हैं।

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