राजस्थान LIVE: हमारी सरकार ने 40 साल से लटकी वन रैंक वन पेंशन को पूरा किया- PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र राजस्थान के बाडमेर हैं। यहां उन्होंने पंचपादरा में रिफाइनरी का शुभारंभ किया।इस दौरान उनके साथ राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान समेत...
प्रधानमंत्री नरेंद्र राजस्थान के बाडमेर हैं। यहां उन्होंने पंचपादरा में रिफाइनरी का शुभारंभ किया।इस दौरान उनके साथ राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान समेत कई अन्य नेता भी मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि वसुंधरा राजे और धर्मेंद्र प्रधान ने रिफाइनरी शुरू करने का कार्यक्रम मनाया, इसके बाद जब कोई सरकार पत्थर जड़ेगी तो लोग पूछेंगे कि काम शुरू करने की तारीख बताओ। उन्होंने कहा कि पत्थर जड़ने से लोगों को गुमराह नहीं किया जा सकता है, जब काम शुरू होता है तभी विश्वास होता है।
PM मोदी ने इस दौरान पूर्व उपराष्ट्रपति भैरो सिंह शेखावत, बीजेपी नेता जसंवत सिंह का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हमारे देश में इतिहास को भुला देने की परंपरा रही। उन्होंने कहा कि इजरायल के पीएम इन दिनों भारत के दौरे पर हैं, देश की आजादी के बाद मैं पहला पीएम था जो इजरायल गया था।
पीएम मोदी ने कहा कि जब मैं इजरायल गया तो मैं हाइफा गया, तो प्रथम विश्वयुद्ध में हाइफा को मुक्त कराने के लिए जिन भारतीय वीरों ने बलिदान दिया था उन्हें श्रद्धांजलि दी। उस दौरान सैनिकों का नेतृत्व राजस्थान के मेजर दलपत सिंह ने किया था। दिल्ली में तीन मूर्ति चौक उनकी याद में बना है, अब उसका नाम तीन मूर्ति हाइफा चौक कर दिया है।
पीएम मोदी ने कहा कि पहले मैं सुनता था कि राजस्थान में कांग्रेस और अकाल जुड़वा भाई हैं, जहां कांग्रेस जाएगी वहां पर अकाल साथ-साथ जाता है। उन्होंने कहा कि सिर्फ यहां ही नहीं बल्कि कई जगह पत्थर लगाकर फोटो खिंचवाई गई है। उन्होंने कहा कि बड़ी-बड़ी बातें करना, जनता को गुमराह करना कांग्रेस की कार्यशैली का हिस्सा है।
उन्होंने बताया कि जब मैं पीएम बना तो रेलवे बजट देखा तो 1500 से ज्यादा ऐसी योजनाओं की घोषणा की गई जो अभी तक कागज में ही हैं। हमारी सरकार ने कुछ पल की ताली के लिए हमने ऐसा नहीं किया। उन्होंने कहा कि जितना हो सकता है हम उतना ही बताएंगे।
हमारी सरकार ने वन रैंक-वन पेंशन के सपने को पूरा किया, जो 40 साल से अटका हुआ था।
राजस्थान के पास तेल एवं गैस का प्रचूर भंडार है। राजस्थान रिफाइनरी राज्य की पहली रिफाइनरी होगी। ऐसा अनुमान है कि इस रिफाइनरी सह पेट्रोकेमिकल परिसर की सालाना क्षमता 90 लाख मैट्रिक टन होगी। सूत्रों ने बताया कि इस परियोजना में 43 हजार करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। यह परियोजना हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड और राजस्थान सरकार का संयुक्त उपक्रम है। उन्होंने बताया कि राजस्थान के राज्यपाल और मुख्यमंत्री सहित कई केंद्रीय मंत्री इस कार्यक्रम में शिरकत कर सकते हैं।
चार साल लटकाने के बाद भी रिफाईनरी में 26 प्रतिशत ही भागीदारी क्यों: गहलोत
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत ने सवाल किया कि प्रदेश की तकदीर और तस्वीर बदलने वाली महत्वाकांक्षी रिफाईनरी परियोजना को मुख्यमंत्री वसुंधरा ने चार साल तक क्यों लटकाए रखा। गहलोत ने एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे इस परियोजना में राज्य की हिस्सेदारी (26 प्रतिशत) को लेकर बार-बार हल्ला कर प्रदेशवासियों को भ्रमित करती रही कि जमीन हमारी, तेल हमारा और पानी भी हमारा, फिर भी 26 प्रतिशत हिस्सेदारी ही क्यों? अब मैं उनसे यही सवाल कर रहा हूं कि नये सहमति ज्ञापन में भी रिफाइनरी में हिस्सेदारी का प्रतिशत 26 प्रतिशत से ज्यादा क्यों नहीं बढ़ाया?
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि रिफाईनरी में चार साल की देरी के परिणामस्वरूप राजस्थान के हजारों युवाओं को रोजगार से वंचित होना पड़ा तथा राजस्थान सरकार को राजस्व के रूप में भारी हानि हुई और साथ ही पेट्रो केमिकल कॉम्पलेक्स से जुड़े हजारों सहयोगी लघु उद्योग तथा रोजगार सृजन में भी देरी हुई। इस नुकसान का जिम्मेदार कौन है?