लोकसभा चुनावों के ऐलान पर PM मोदी का ट्वीट, 'लोकतंत्र का उत्सव आ गया'
लोकसभा चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग ने तारीखों का ऐलान कर दिया है। रविवार को विज्ञान भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि लोकसभा चुनाव 11 अप्रैल...
लोकसभा चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग ने तारीखों का ऐलान कर दिया है। रविवार को विज्ञान भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि लोकसभा चुनाव 11 अप्रैल से शुरू होकर 19 मई तक सात चरणों में होंगे, जिसकी मतगणना 23 मई को होगी। मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल तीन जून को समाप्त होना है।
चुनाव कार्यक्रम की घोषणा होते ही देशभर में आज (10 मार्च) से आदर्श आचार संहिता लागू हो गई। आचार संहिता लागू हो जाने के बाद सरकार नीतिगत निर्णय नहीं ले सकेगी।
-> मेरा वोट मेरी जिम्मेदारी! शपथ लें, वोट करें
चुनाव आयोग द्वारा लोकसभा चुनावों की तारीख का ऐलान करते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, "लोकतंत्र का उत्सव, मतलब की चुनावों का मौसम गया। मैं आशा करता हूं कि यह चुनाव ऐतिहासिक साबित होगा। पहली बार वोट डालने जा रहे युवा मतदाताओं से भारी संख्या में आगे बढ़कर वोट करने की अपील।"
The festival of democracy, Elections are here.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 10, 2019
I urge my fellow Indians to enrich the 2019 Lok Sabha elections with their active participation. I hope this election witnesses a historic turnout.
I particularly call upon first time voters to vote in record numbers.
इस चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुन: सत्ता में लौटने की कोशिश करेंगे, तो दूसरी ओर भाजपा के खिलाफ कई राजनीतिक दल एकजुट होकर पार्टी को फिर से सत्ता में आने से रोकने का प्रयास करेंगे।
लोकसभा चुनाव कार्यक्रम 2019 |
चरण | पहला | दूसरा | तीसरा | चौथा | पांचवां | छठा | सातवां |
तारीख | 11 अप्रैल | 18 अप्रैल | 23 अप्रैल | 29 अप्रैल | 6 मई | 12 मई | 19 मई |
सीटें | 91 | 97 | 115 | 71 | 51 | 59 | 59 |
राज्य | 20 | 13 | 14 | 9 | 7 | 7 | 8 |
चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस की अहम बातें
- लोकसभा चुनाव 7 चरणों में होंगे और मतगणना 23 मई को होगी।
- पहले चरण का चुनाव 11 अप्रैल, दूसरा चरण 18 अप्रैल, तीसरा चरण 23 अप्रैल, चौथा चरण 29 अप्रैल, पांचवां चरण 6 मई, छठा चरण 12 मई और सातवें चरण का मतदान 19 मई को होगा।
- पहला चरण: 11 अप्रैल-20 राज्य 91 सीटें- उत्तर प्रदेश की 8 सीटें, आंध्र प्रदेश की सभी 25 सीटें, अरुणाचल की दो सीटें, असम की 5 सीटें, बिहार की 4 सीटें, छत्तीसगढ की 1 सीट, जम्मू कश्मीर की 2 सीटें, महाराष्ट्र की 7 सीटें, मणिपुर की 1 सीट, मेघालय की 2 सीटें, मिजोरम की 1 सीट, नगालैंड की 1 सीट, ओडिशा की 4 सीटें, सिक्किम की 1 सीट, पश्चिम बंगाल की 2 सीटें, कुल 91 सीटें
- दूसरा चरण: 18 अप्रैल-13 राज्य 97 सीटें- असम की 5 सीटें, बिहार की 5 सीटें, कर्नाटक की 14 सीटें, महाराष्ट्र की 10 सीटें, मणिपुर की 1 सीट, ओडिशा की 5 सीटें, तमिलनाडु की सभी 39 सीटें, त्रिपुरा की 1 समेत 97 सीटों पर वोट डाले जाएंगे।
- तीसरा चरण: 23 अप्रैल-14 राज्य 115 सीटें- बिहार की 5 सीटें, गुजरात की सभी 26 सीटें, गोवा की 2 सीटें, जम्मू-कश्मीर की 1 सीट, कर्नाटक की 14 सीटें, केरल की 20 सीटें, महाराष्ट्र की 14 सीटें, ओडिशा की 6 सीटें, उत्तर प्रदेश की 10 सीटें, पश्चिम बंगाल की 5 सीटें समेत कुल 114 सीटों पर वोट पड़ेंगे, झारखंड और ओडिशा में चार फेज में चुनाव होंगे।
- चौथा चरण: 29 अप्रैल- 9 राज्य 71 सीटें- बिहार की पांच, जम्मू कश्मीर की एक, झारखंड की तीन, मध्य प्रदेश की छह, महाराष्ट्र की 1, ओडिशा की छह, राजस्थान की 13, यूपी की 13 और पश्चिम बंगाल की आठ, कुल 71 सीटों पर होगी वोटिंग होगी
- पांचवां चरण: 6 मई-7 राज्य की 51 सीटें- बिहार की पांच, जम्मू कश्मीर की दो, झारखंड की चार, मध्य प्रदेश की सात, राजस्थान की 12, यूपी की 14 और पश्चिम बंगाल की सात, कुल 51 सीटें
- छठवां चरण: 12 मई-7 राज्य की 59 सीटें- बिहार की आठ, हरियाणा की दस, झारखंड की चार, मध्य प्रदेश की आठ, यूपी की 14, पश्चिम बंगाल की आठ, दिल्ली की सात, कुल 59 सीटें
- सातवां चरण: 19 मई-8 राज्य की 59 सीटें- बिहार की आठ, झारखंड की तीन, मध्य प्रदेश की आठ, पंजाब की 13, पश्चिम बंगाल की नौ, चंडीगढ़ की एक, यूपी की 13, हिमाचल की चार, कुल - 59 सीटें
- बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल की सीटों पर सभी सात चरणों में वोट डाले जाएंगे।
- कर्नाटक, मणिपुर, राजस्थान और त्रिपुरा में दो चरणों में चुनाव होंगे।
- जनवरी में लोकसभा चुनाव की सुरक्षा को लेकर सभी राज्यों के मुख्य सचिवों से बातचीत की।
- तनाव के मद्देनजर J&K में लोकसभा-विधानसभा चुनाव साथ नहीं, जम्मू कश्मीर की अनंतनाग लोकसभा सीट पर सुरक्षा कारणों से मतदान तीन चरणों में होगा।
- आंध्रप्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा और सिक्किम में विधानसभा चुनाव, लोकसभा चुनावों के साथ ही होंगे
- रेलवे के साथ भी चुनाव आयोग ने बैठक की।
- चुनावी खर्च को लेकर आयकर विभाग से चर्चा की गई।
- चुनाव के दौरान आने वाले त्योहारों और मौसम का भी ध्यान रखा गया।
- इस बार वोटरों की संख्या में 84.3 मिलियन की बढ़ोतरी हुई है।
- चुनाव में 90 करोड़ वोट डाले जाएंगे।
- 1590 पर फोन कर मतदाता यह जान सकते हैं कि उनका नाम वोटर लिस्ट में है या नहीं।
- लोकसभा चुनाव के लिए हेल्पलाइन नंबर 1950, शिकायत के 100 मिनट के भीतर कार्रवाई होगी।
- ईवीएम की जीपीएस टॅैकिंग की जाएगी, पोलिंग अधिकारियों की गाड़ियों में जीपीएस होगा।
- 1.5 करोड़ मतदाता ऐसे हैं जिनकी उम्र 18 से 19 के बीच है।
- 99.3 प्रतिशत मतदाताओं के पास वोटर आईडी।
- मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी लगाए जाएंगे।
- 10 लाख बूथ पर वोट डाले जाएंगे, सभी पोलिंग बूथ पर वीवीपैट का इस्तेमाल होगा।
- ईवीएम पर सभी उम्मीदवारों के फोटो होंगे।
- रात 10 से सुबह 6 बजे तक लाउडस्पीकर का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे।
- चुनाव में नोटा का इस्तेमाल होगा।
- सभी संवेदनशील इलाके में सीआरपीएफ के जवान तैनात होंगे।
- सोशल मीडिया पर सभी राजनीतिक विज्ञापनों के लिए पूर्व सत्यापन जरूरी
- निष्पक्ष चुनाव के लिए सभी पुख्ता इंतजाम किये जाएंगे।
2014 लोकसभा चुनाव की स्थिति
2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को सबसे ज्यादा 282 सीटें मिली थीं। जबकि देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस महज 44 सीटों पर सिमट कर रह गई। वहीं दूसरी ओर एआईएडीएमके ने 37, तृणमूल कांग्रेस ने 34 और बीजू जनता दल ने 20 सीटों पर कब्जा जमाया था। अगर देश के सबसे बड़े लोकसभा क्षेत्र वाले राज्य उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां के हालात भी 2014 में पूरी तरह से भाजपा के साथ थे। यहां भाजपानीत गठबंधन ने 73 सीटें जीती थी, जबकि समाजवादी पार्टी केवल 2 सीट पर सिमट गई। वहीं कांग्रेस को भी सिर्फ 2 सीटें मिली और बसपा एक भी सीट हासिल करने में कामयाब नहीं हो सकी।