नेता खुश, RSS को भी साध लिया; 9 राज्यपालों की एंट्री की इनसाइड स्टोरी
केंद्र ने जिन राज्यपालों को हटाया है, उनमें राजस्थान के कलराज मिश्र, छत्तीसगढ़ के विश्व भूषण हरिचंदन, महाराष्ट्र के रमेश बैस, मणिपुर की अनुसुइया उइके, मेघालय के फागू चौहान शामिल हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 3.0 सरकार में किए गए राज्यपाल और प्रशासक के पहले बदलाव और नियुक्तियों में भाजपा काडर, वरिष्ठता और राष्ट्रीय स्वयं संघ (आरएसएस) को खासी अहमियत दी गई है। छह नए राज्यपाल की नियुक्ति की गई है, जबकि तीन के राज्यों में बदलाव किया गया है। मणिपुर में अपने बयानों से भाजपा और केंद्र को असहज करने वालीं अनुसुइया उइके को हटाया गया है। वरिष्ठ नेता ओमप्रकाश माथुर और संतोष गंगवार को क्रमश: सिक्किम और झारखंड का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
शनिवार देर रात केंद्र सरकार ने नए राज्यपाल और उपराज्यपाल की नियुक्ति और फेरबदल का बड़ा फैसला किया। काफी समय पहले पंजाब के राज्यपाल पद से इस्तीफा दे चुके बनवारी लाल पुरोहित का इस्तीफा अब मंजूर किया गया। रमेश बैस को महाराष्ट्र से हटाया गया है। इस बदलाव में वरिष्ठ नेता और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओमप्रकाश माथुर को सिक्किम का राज्यपाल बनाया गया है, जबकि असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया अब पंजाब के राज्यपाल के साथ चंडीगढ़ के प्रशासक का जिम्मा भी संभालेंगे।
लोकसभा चुनाव के नतीजे उम्मीद के अनुरूप नहीं आने के बाद भाजपा के भीतर अपने काडर की नाराजगी के सुर उठ रहे थे। आरएसएस की तरफ से भी उपेक्षा का मुद्दा उठा था। ऐसे में केंद्र ने नई नियुक्तियों में अपने काडर और वरिष्ठता को महत्व दिया है, ताकि पार्टी की अपनी पकड़ बनी रहे और राजनीतिक दृष्टि से उसे संगठन स्तर पर भी मजबूती मिले।
नई नियुक्तियों से यह साफ है, क्योंकि अधिकांश नए राज्यपाल पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और देश के विभिन्न हिस्सों और सामाजिक समुदाय से आते हैं। नए राज्यपालों में महाराष्ट्र के वरिष्ठ नेता हरी भाऊ बागड़े को राजस्थान और पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं आठ बार के सांसद रहे संतोष गंगवार को झारखंड का राज्यपाल बनाया गया है। असम के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमन डेका छत्तीसगढ़ के नए राज्यपाल बनाए गए हैं।
इन्हें नहीं मिला दोबारा मौका
केंद्र सरकार ने जिन राज्यपालों को हटाया है, उनमें राजस्थान के कलराज मिश्र, छत्तीसगढ़ के विश्व भूषण हरिचंदन, महाराष्ट्र के रमेश बैस, मणिपुर की अनुसुइया उइके, मेघालय के फागू चौहान शामिल हैं। भाजपा के तमिलनाडु के वरिष्ठ नेता सी पी राधाकृष्णन (अभी तक झारखंड और तेलंगाना का अतिरिक्त प्रभार) अब महाराष्ट्र के राज्यपाल होंगे।
जिष्णु देव त्रिपुरा से राज्यपाल बनने वाले पहले राजनेता
गुलाब चंद कटारिया को असम से पंजाब-चंडीगढ़ भेजा गया है। उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से ताल्लुक रखने वाले लक्ष्मण आचार्य को सिक्किम से असम भेजा गया है। उनके पास मणिपुर का भी प्रभार होगा। आचार्य संघ और राम मंदिर आंदोलन में भी सक्रिय रहे हैं। त्रिपुरा के पूर्व उप मुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा राज्य से राज्यपाल बनने वाले पहले राजनेता हैं। उनको तेलंगाना का राज्यपाल बनाया गया है। कर्नाटक के पूर्व मंत्री सी एच विजय शंकर मेघालय के नए राज्यपाल बनाए गए हैं।