2 नर्स को मकान मालिक ने कराया खाली, ओडिशा सरकार ने कहा- मानवता को न करें लॉकडाउन
ओडिशा में मकान मालिक ने इस डर से दो नर्स को कमरे से जबरदस्ती बाहर निकाल दिया कि कहीं वे कोरोना वायरस घर लेकर न आ जाए। प्राइवेट हॉस्पीटल में काम करने वाली इन दो नर्सों को मंगलवार को मकान...
ओडिशा में मकान मालिक ने इस डर से दो नर्स को कमरे से जबरदस्ती बाहर निकाल दिया कि कहीं वे कोरोना वायरस घर लेकर न आ जाए। प्राइवेट हॉस्पीटल में काम करने वाली इन दो नर्सों को मंगलवार को मकान मालिक की तरफ से निकाले जाने के बाद ओडिशा सरकार ने मकान मालिकों से अपील करते हुए कहा कि वे कोरोना के चलते देशभर में लगे लॉकडाउन के बीच ‘मानवता को लॉकडाउन’ न करें।
कोविड-19 पर राज्य सरकार के प्रवक्ता सुब्रतो बागची ने कहा कि दो नर्स मरीजों के घर जाकर क्रिटिकल केयर या फिर पोस्ट हॉस्पीटलाइजेशन केयर देखती थीं, उन्हें किराए के मकान से मकान मालिक ने पड़ोसियों की मदद से जबरदस्ती निकाल बाहर किया। उन्हें ये डर था कि कहीं नर्स कोरोना वायरस घर लेकर न आ जाए।
बागची ने भुवनेश्वर में मकान मालिकों के इस व्यवहार पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, कोविड-19 के चलते लोग लॉकडाउन हैं, ऐसे में कृपया मानवता को लॉकडाउन न करें। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में कोरोना के 34 मामले आने के बाद यह हॉटस्पॉट बनकर उभरा है।
बागची ओडिशा स्किल डेवलमपेंट अथॉरिटी के चेयरपर्सन भी है। उन्होंने कहा कि दोनों नर्स बुजुर्ग लोगों को पोस्ट हॉस्पीटलाइजेशन सर्विस देती थी। दोनों नर्स किराए का कमरा खाली कर दूसरी जगह शिफ्ट हो गई। बागची ने कहा, लोगों को वायरस का डर हो सकता है लेकिन मानतवा लॉकडाउन नहीं करना चाहिए, जिसके चलते नर्सिंग के काम करते हुए लोगों को निकाला गया।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने 3 अप्रैल को मकान मालिकों से अपील करते हुए कहा था कि गरीब किराएदारों की भरपाई करें और कम से कम तीन महीने का उनका मकान किराया छोड़ दें। उन्होंने कहा था कि ऐसा करने से यह देखा जाएगा कि जब पूरा देश लॉकडाउन है ओडिशा में लोगों ने एक दूसरे की मदद की।
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ओडिशा मे ंकोरोना से पहली मौत
ओडिशा में कोरोना वायरस से पहली मौत होने की खबर है। भुवनेश्वर में 72 वर्षीय एक व्यक्ति की इससे संक्रमित होकर मौत हो गयी वहीं राज्य में इस वायरस के संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 42 हो गए। अधिकारियों ने बताया कि मरीज की सोमवार को एम्स भुवनेश्वर में मृत्यु हो गई थी और मंगलवार को एक रिपोर्ट में पुष्टि हुयी कि पीड़ित इस वायरस से संक्रमित था। इस बीच कोरोना का एक और मरीज अस्पताल में वेंटिलेटर पर है। 60 वर्षीय मरीज की स्थित में सुधार हो रहा है लेकिन वह खतरे से बाहर नहीं है।