मोदी मैजिक के सहारे लद्दाख में भी खिला 'कमल', इतने वोट से जीती BJP
लोकसभा चुनाव 2019 में मोदी मैजिक के सहारे जम्मू-कश्मीर की लद्दाख लोकसभा सीट पर भी इस बार कमल खिल गया है। भाजपा प्रत्याशी जम्यांग टसरिंग नामग्याल यहां से विजयी रहे हैं। उन्होंने...
लोकसभा चुनाव 2019 में मोदी मैजिक के सहारे जम्मू-कश्मीर की लद्दाख लोकसभा सीट पर भी इस बार कमल खिल गया है। भाजपा प्रत्याशी जम्यांग टसरिंग नामग्याल यहां से विजयी रहे हैं। उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार सज्जाद हुसैन को 10930 वोटों से हराकर ये जीत अपने नाम की है।
लद्दाख जम्मू कश्मीर के 6 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में से एक है। क्षेत्रफल के लिहाज से लद्दाख भारत का सबसे बड़ा लोकसभा क्षेत्र है। यह सीट अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित है। एलओसी पर स्थित यह सीट कारगिल युद्ध के बाद राजनीतिक रूप से और कमजोर हो गया और अस्थिर हो गया था।
राजनीतिक इतिहास-
1967 और 1971 का चुनाव कांग्रेस उम्मीदवार केजी बकुला जीते थे। 1977 में कांग्रेस के टिकट पर पार्वती देवी और 1980 व 1984 में पी. नामग्याल संसद पहुंचे। 1989 का चुनाव निर्दलीय मोहम्मद हसन कमांडर जीतने में कामयाब हुए। 1991 में यहां चुनाव नहीं हुआ था। 1996 में तीसरी बार कांग्रेस उम्मीदवार पी. नामग्याल चुनाव जीते। इसके बाद इस सीट पर पहली बार नेशनल कांफ्रेंस जीती। 1998 में नेशनल कांफ्रेंस के टिकट पर सैयद हुसैन और 1999 में हसन खान संसद पहुंचे।
2004 में इस सीट से निर्दलीय प्रत्याशी थुपस्तान छेवांग जीते। 2009 में यह सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हो गई और इस सीट से निर्दलीय प्रत्याशी हसन खान जीतकर दूसरी बार संसद पहुंचे। साल 2014 में इस सीट से थुपस्तान छेवांग ने बीजेपी के टिकट पर जीतकर दूसरी बार संसद पहुंच गए।
2014 लोकसभा चुनाव के आंकड़े-
पिछले लोकसभा चुनाव में इस सीट पर बीजेपी उम्मीदवार थुपस्तान छेवांग ने निर्दलीय प्रत्याशी को 36 वोटों से हरकर जीत हासिल की।
कुल मतदाता- 166,763
पुरुष मतदाता- 86,256
महिला मतदाता-80,503