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नए संसद भवन के लिए दो कंपनियां- टाटा और लार्सन एंड टर्बो आईं आगे, अगले कुछ हफ्तों में होगा चयन

नए संसद भवन के निर्माण के लिए टेक्निकल राउंड में क्वालिफाई करने के बाद मुंबई की दो कंपनियां- लार्सन एंड टर्बो लिमिटेड और टाटा प्रोजेक्ट्स ने बुधवार को वित्तीय बोलियां (फाइनेंशियल बिड्स) जमा कराई...

नए संसद भवन के लिए दो कंपनियां- टाटा और लार्सन एंड टर्बो आईं आगे, अगले कुछ हफ्तों में होगा चयन
अनीश दत्ता,नई दिल्ली।Wed, 16 Sep 2020 07:01 PM
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नए संसद भवन के निर्माण के लिए टेक्निकल राउंड में क्वालिफाई करने के बाद मुंबई की दो कंपनियां- लार्सन एंड टर्बो लिमिटेड और टाटा प्रोजेक्ट्स ने बुधवार को वित्तीय बोलियां (फाइनेंशियल बिड्स) जमा कराई हैं।

कुल तीन कंपनियों ने टेक्निकल राउंड क्वालिफाई किया था, लेकिन सिर्फ दो ने ही फर्म्स फाइनेंशियल बिड्स जमा कराए। कंपनियों को बुधवार तक फाइनेंशियल बिड्स जमा कराने थे। एक सरकारी आधिकारिक सूत्र ने बताया, पहले राउंड में सिर्फ तीन कंपनियों ने प्री-क्वालिफाई किया था और सिर्फ दो ने ही बिड्स आज जमा कराए।

नए संसद भवन के लिए दोनों कंपनियों में से, टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने 861.90 करोड़ और लार्सन एंड टर्बो लिमिटेड ने 865 करोड़ रुपये की बोली लगाई है। अधिकारी ने बताया कि कुछ हफ्तों में अंतिम रूप से कंपनी का चयन किया जाएगा।

नए संसद भवन परिसर के निर्माण के लिए चार कंपनियों को अयोग्य करार दिए जाने के बाद ठेके के लिए बोली लगाने वालों की लिस्ट में मुंबई की तीन कंपनियां रह गई थीं- लार्सन एंड टर्बो लिमिटेड, टाटा प्रोजेक्ट्स और शम्पूर्जी पल्लोन्जी एंड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड। सहयोगी अखबार हिन्दुस्तान टाइम्स ने इस बारे में सबसे पहले 12 अगस्त को खबर दी थी।

सेंट्रल पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट (सीपीडब्ल्यूडी) की तरफ से तकनीकी राउंड में मुंबई के कंस्ट्रक्शन एंड सिविल इंजीनियरिंग कंपनी आईटीडी सीमेंटेशन इंडिया लिमिटेड, हैदराबाद-हेडक्वार्टर्ड एनसीसी लिमिटेड, पीएसपी प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ऑफ अहमदाबाद और उत्तर प्रदेश राज्य सरकार के यूपी राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड को प्रोजेक्ट के लिए अयोग्य करार दिया गया था।

मूल्यांकन के आधार पर सीपीडब्ल्यूडी ने बोली लगाने वाले डॉक्यमेंट में उल्लिखित मानदंडों की पूर्ति न करने सहित अन्य कारणों को लेकर चार कंपनियों को अयोग्य घोषित कर दिया।

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