कोलकाता: टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी के मंच से 23 दलों ने ठोकी ताल
पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) ने लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) से पहले विपक्षी दलों की एकजुटता (Opposition Unity) दिखाने के लिए शनिवार को कोलकाता में...
पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) ने लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) से पहले विपक्षी दलों की एकजुटता (Opposition Unity) दिखाने के लिए शनिवार को कोलकाता में विशाल रैली की। एक मंच पर साथ आए विपक्ष के 23 दलों ने ताल ठोकते हुए केंद्र की मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने की हुंकार भरी।
प्रधानमंत्री के नाम पर फैसला बाद में: रैली में ममता बनर्जी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा, एकजुट विपक्ष आगामी लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करेगा। प्रधानमंत्री कौन होगा, इस पर फैसला चुनाव के बाद होगा। उन्होंने ‘बदल दो, बदल दो, दिल्ली की सरकार बदल दो’ का नारा दिया। भाजपा पर निशाना साधते हुए ममता ने कहा, राजनीति में शिष्टता होती है लेकिन भाजपा इसका पालन नहीं करती।
वहीं, कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने तृणमूल कांग्रेस की महारैली की प्रशंसा करते हुए कहा कि विपक्षी गठबंधन का मकसद भाजपा को हराना एवं धर्मनिरपेक्ष सरकार बनाना है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि सपा और बसपा के साथ से चिंतित भाजपा यूपी में एक-एक सीट जीतने की रणनीति तैयार करने को बैठकें कर रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से केंद्र की भाजपा सरकार को हराने की अपील की।
मंच पर रालोद प्रमुख अजित सिंह और उनके बेटे जयंत चौधरी भी मौजूद थे। रैली में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं तेलुगू देशम पार्टी अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि भाजपा ने देश को बांटा है और हमारा एक ही लक्ष्य देश को एकजुट करना है। उन्होंने कहा, भाजपा सरकार राफेल लडाकू विमानों के लिए अतिरिक्त धन देकर धोखा कर रही है।
राहुल, माया नहीं पहुंचे
रैली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और बसपा प्रमुख मायावती नहीं पहुंचीं। हालांकि अभिषेक मनु सिंघवी, अरविंद केजरीवाल, एचडी देवेगौड़ा, चंद्रबाबू नायडू, एचडी कुमारस्वामी, फारूक अब्दुल्ला, यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी, शरद पवार, तेजस्वी यादव हार्दिक पटेल, जिग्नेश मेवानी समेत कई नेता रैली में शामिल हुए।