उत्तर प्रदेश से इस तरह शिकंजे में आए जैश-ए-मोहम्मद के दो संदिग्ध आतंकी
पुलवामा हमले के बाद जहां आतंकियों की लगातार धरपकड़ की जा रही है और उस पर कार्रवाई की मांग तेज हो गई है तो वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश एटीएस को इस दिशा में बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। एटीएस ने गुरूवार को...
पुलवामा हमले के बाद जहां आतंकियों की लगातार धरपकड़ की जा रही है और उस पर कार्रवाई की मांग तेज हो गई है तो वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश एटीएस को इस दिशा में बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। एटीएस ने गुरूवार को खुफिया जानकारी के आधार पर दो जैश-ए-मोहम्मद आतंकियों को गिरफ्तार किया है।
आतंकियों से जिंदा कारतूस और हथियार बरामद
यूपी डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि खुफिया जानकारी के बाद गुरूवार सहारनपुर से एटीएस विंग ने दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है। वे कश्मीर से हैं और उनका संबंध जैश-ए-मोहम्मद से है। ओपी सिंह ने आगे कहा कि शाहनवाज कुलगाम से हैं जबकि आकिब पुलवामा जिले हैं। इन दोनों के पास से दो हथियार और जिंदा कारसूत बरामद किए गए हैं।
ये भी पढ़ें: कश्मीर के रहनेवाले जैश के संदिग्ध दो आतंकी गिरफ्तार, कारतूस और हथियार बरामद
ग्रेनेड एक्सपर्ट है पकड़ा गया आतंकी
उन्होंने कहा कि दोनों आतंकियों में से शाहनवाज को ग्रेनेड का एक्सपर्ट कहा जा रहा है। हम उसे ट्रांजिट रिमांड में लेकर इस बात की जांच करेंगे कि वह कब कश्मीर आया और कौन उसे फंडिंग कर रहा था। साथ ही, उसके निशाने पर क्या था। हम जम्मू कश्मीर पुलिस के संपर्क में हैं।
कैसे पकड़ में आए दोनों संदिग्ध आतंकी?
यूपी पुलिस के मुताबिक, इन जैश आतंकियों की गिरफ्तारी उस वक्त हुई जब ये देवबंद में बिना पढ़ाई दाखिले की आड़ में छात्रों को आतंकी संगठन में भर्ती करने की कोशिश कर रहा था। जिसके बाद एक छात्र ने यूपी एटीएस को इस बात की सूचना दी। जिसके बाद एटीएस ने जांच की तो शहनवाज और आकिब अहमद मलिक पर संदेह गहराया। पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए यूपी डीजीपी ओपी सिंह और आईजी एटीएस असीम अरूण ने खुद देवबंद जाकर कार्रवाई के निर्देश दिए। उसके बाद दोनों संदिग्ध जैश आतंकियों की गिरफ्तारी मुमकिन हो पाई है।
ये भी पढ़ें: जैश की 'बड़ी साजिश' का पर्दाफाश, दो संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार