एनआईए ने तीन हुर्रियत नेताओं को तलब किया
कश्मीर में हिंसा के लिए अलगाववादियों को पाकिस्तान से मिलने वाली फंडिंग की जांच करने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) श्रीनगर पहुंच चुकी है। एनआईए वहां पहुंचते ही तीन अलगाववादी नेताओं फारूक अहमद,...
कश्मीर में हिंसा के लिए अलगाववादियों को पाकिस्तान से मिलने वाली फंडिंग की जांच करने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) श्रीनगर पहुंच चुकी है। एनआईए वहां पहुंचते ही तीन अलगाववादी नेताओं फारूक अहमद, तहरीक ए हुर्रियत के गाजी जावेद बाबा और नईम खान को समन जारी कर पेश होने को कहा है। इस बीच प्रशासन ने घाटी में हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े द्वारा बुलाई गई 'मजलिस ए शूरा' की आपात बैठक पर रोक लगा दी है।
जांच एजेंसी ने हुर्रियत की फंडिंग की जांच शुरू कर दी है। एनआईए इस जांच में लश्कर-ए-तैयबा के अध्यक्ष हाफिज सईद और कट्टरपंथी कश्मीरी अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी की भूमिका की भी जांच कर रही है। इस बारे में हुर्रियत के प्रवक्ता एजाज अकबर ने बताया कि एनआईए ने इस मामले में गिलानी या किसी अन्य नेता से कोई संपर्क नहीं किया है। गौरतलब है कि नईम खान ने एक निजी टीवी चैनल की ओर से दिखाए पर स्टिंग ऑपरेशन में कैमरा पर पैसा के बदले हिंसा भड़काने की बात स्वीकारते हुए देखा गया था।
श्रीनगर के तीन इलाकों में प्रतिबंध
अधिकारियों ने श्रीनगर के तीन पुलिस थाना क्षेत्रों नोहट्टा, एमआर गुंज और सफकदल में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियाती तौर पर लोगों के एकत्र होने पर रोक लगा दी है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व वाली अलगाववादी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के हफ्ता-ए-शहादत कार्यक्रम के कारण ये प्रतिबंध लगाए गए।
ग्रामीण की मौत में सुरक्षा बलों का हाथ नहीं
दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में एक ग्रामीण का शव मिलने के एक दिन बाद शनिवार को पुलिस ने उसकी मौत में सुरक्षा बलों का हाथ होने से इनकार किया है। स्थानीय लोगों को शुक्रवार को गदूरा गांव के निवासी मोहम्मद यूसुफ डार का शव मिला था।
एलओसी पर बारूदी सुरंग विस्फोट में जवान घायल
जम्मू एवं कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर बारूदी सुरंग विस्फोट में एक जवान घायल हो गया। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष मेहता ने बताया कि यह घटना शुक्रवार शाम पूंछ जिले के मेंढर सेक्टर में गश्त के दौरान हुई। हालांकि जवान ने बारूदी सुरंग विस्फोट से बचाने वाले जूते पहन रखे थे। जवान इलाज के लिए ऊधमपुर कमान अस्पताल ले जाया गया है।