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कश्मीर में 50 पुलिस थानों में प्रतिबंधों में ढील, जम्मू में मोबाइल-इंटरनेट फिर बंद, आज खुलेंगे स्कूल और कॉलेज

कश्मीर घाटी के 50 पुलिस थाना क्षेत्रों में रविवार को प्रतिबंधों में ढील दी गयी। हालांकि, श्रीनगर के कुछ हिस्सों में हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बाद प्रतिबंधों को और कड़ा कर दिया गया। इस बीच, जम्मू...

कश्मीर में 50 पुलिस थानों में प्रतिबंधों में ढील, जम्मू में मोबाइल-इंटरनेट फिर बंद, आज खुलेंगे स्कूल और कॉलेज
लाइव हिन्दुस्तान टीम,श्रीनगरMon, 19 Aug 2019 06:19 AM
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कश्मीर घाटी के 50 पुलिस थाना क्षेत्रों में रविवार को प्रतिबंधों में ढील दी गयी। हालांकि, श्रीनगर के कुछ हिस्सों में हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बाद प्रतिबंधों को और कड़ा कर दिया गया। इस बीच, जम्मू क्षेत्र के पांच जिलों में इंटरनेट सेवाओं की बहाली के एक दिन बाद इसे फिर से बंद कर दिया गया।

सरकारी प्रवक्ता रोहित कंसल ने यहां रविवार की शाम संवाददाताओं को बताया, ''निषेधाज्ञा में ढील देने की प्रक्रिया जारी है। प्रदेश के 50 पुलिस थाना क्षेत्रों में रविवार को प्रतिबंधों में ढील दी गयी जबकि शनिवार को 35 थाना क्षेत्रों में ऐसा किया गया था।"

कंसल ने बताया कि सोमवार से नया हफ्ता शुरू हो रहा है और हम इसे नयी आशा के साथ देख रहे हैं। उन्होंने बताया, ''अकेले श्रीनगर में 190 से अधिक प्राथमिक स्कूल सोमवार (19 अगस्त) से दोबारा खुल रहे हैं और इसके बाद हम दूसरे क्षेत्रों की ओर देख रहे हैं, जैसे हम विकास से संबंधित गतिविधि शुरू करने की कोशिश कर रहे हैं।"

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कंसल ने कहा कि रविवार को छूट की अवधि भी छह घंटे से बढ़ाकर आठ घंटे कर दी गई। उन्होंने बताया, ''छूट की घोषणा करने से लोगों और दुकानदारों को पहले से योजना बनाने में मदद मिली। 17 अगस्त की प्रतिक्रिया के मद्देनजर और व्यापारियों द्वारा अनुरोध को ध्यान में रखते हुए छूट के घंटों में वृद्धि की गई। यह प्रक्रिया आने वाले दिनों में भी जारी रहेगी।"

सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि कुछ इलाकों में कुछ शरारती तत्वों द्वारा 'दुकानदारों के साथ गुंडागर्दी करने और उनकी दुकानों को बंद करने की खबरें थीं। उन्होंने बताया, ''कानून लागू करने वाली एजेंसियों ने इसका संज्ञान लिया है। जिन इलाकों में प्रतिबंधों में छूट दी गयी है उन क्षेत्रों में किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। हालांकि, गड़बड़ी की दो-तीन घटनाओं की खबरें है जिसमें दो व्यक्ति घायल हुए हैं और जिनकी हालत स्थिर बतायी गयी है।"

घाटी में मोबाइल फोन सेवाओं की बहाली के मुद्दे पर, कंसल ने कहा कि संचार पर प्रतिबंधों में ढील जारी है और प्रयास है कि लैंडलाइन टेलीफोन सेवाओं को जल्द से जल्द पूरी तरह से बहाल किया जाए। इससे पहले, अधिकारियों ने कहा कि एक दिन पहले हिंसक घटनाओं की खबरों के बाद रविवार को श्रीनगर शहर के कुछ हिस्सों में प्रतिबंध कड़े कर दिए गए। उन्होंने बताया कि घाटी के विभिन्न हिस्सों में प्रतिबंध आज रविवार को 14 वें दिन भी जारी रहा।

अधिकारी ने बताया कि शहर के कुछ स्थानों समेत घाटी में विभिन्न स्थानों में शनिवार को प्रतिबंधों में ढील दी गयी थी, जहां कुछ गड़बड़ी की घटनायें हुईं। इसके बाद कुछ इलाकों में पुन: प्रतिबंध लगा दिया गया। उन्होंने बताया कि लगभग एक दर्जन स्थानों पर प्रदर्शन किया गया जिसमें कुछ प्रदर्शनकारी घायल हो गए। उन्होंने बताया कि घायलों की वास्तविक संख्या की जानकारी उपलब्ध नहीं है।

कंसल ने कहा कि शनिवार की शाम घाटी में छह स्थानों पर प्रदर्शन किया गया जिसमें आठ लोग घायल हो गए थे। अधिकारियों ने बताया कि शहर के कई इलाकों में लैंडलाइन टेलीफोन सेवाएं बहाल कर दी गई हैं और यह प्रक्रिया जारी है। रविवार (18 अगस्त) को कुछ निजी वाहनों को शहर के सिविल लाइंस इलाकों में और घाटी के दूसरे जिला मुख्यालयों में सड़कों पर देखा गया। उन्होंने कहा कि उन इलाकों में कुछ दुकानें भी खुली हुई हैं।

जम्मू क्षेत्र में, कम गति वाले 2 जी मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को एक बार फिर से पांच जिलों में रविवार को बंद कर दिया गया, ताकि इन सेवाओं को बहाल करने के एक दिन बाद अफवाह फैलाने वालों की जांच की जा सके। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अधिकारियों ने संबंधित सेवा प्रदाताओं को दोपहर से पहले इंटरनेट सेवाओं को बंद करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि शांति एवं धैर्य बनाये रखने तथा अफवाह फैलाने वालों की जांच करने के लिए यह निर्णय किया गया है। लगभग एक पखवाड़े तक निलंबित रहने के बाद शुक्रवार और शनिवार की मध्यरात्रि को जम्मू क्षेत्र के पांच जिलों - जम्मू, सांबा, कठुआ, उधमपुर और रियासी - में कम गति वाली मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गईं थीं।

जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने तथा राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेश में बांटने से पहले चार अगस्त को मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को पूरी तरह बंद कर दिया गया था। सरकार की ओर से यह कदम उठाये जाने से कुछ घंटे पहले पूरे प्रदेश में कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध लागू कर दिये गए थे। हालांकि, प्रतिबंधों में बाद में ढील दी गयी थी। पांच जिलों में 2 जी मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को फिर से शुरू करने के तुरंत बाद, जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक मुकेश सिंह ने सोशल मीडिया पर फर्जी संदेश या वीडियो प्रसारित करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी थी।

आज खुलेंगे स्कूल और कॉलेज
जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में सोमवार को स्कूल-कॉलेज खोले जाएंगे। राज्य प्रशासन ने प्रदेश के सभी स्कूलों-कॉलेजों और सरकारी दफ्तरों को सोमवार से खोलने का निर्देश जारी कर दिया है। प्रशासन के मुताबिक, कुल 190 स्कूलों को खोला जा सकता है। मालूम हो कि पांच अगस्त को गृह मंत्री अमित शाह के राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा हटाए जाने की घोषणा करने से पांच घंटे पहले कश्मीर में कफ्र्यू लगा दिया गया था। इसके बाद से ही स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया गया था।

हजयात्रियों का स्वागत
अधिकारियों ने बताया कि 300 हज जायरीनों का पहला जत्था रविवार को सउदी अरब से कश्मीर वापस लौटा। उन्होंने बताया कि जायरीनों की सुरक्षित घर वापसी के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गए थे। अधिकारियों ने बताया, हाजियों का स्वागत करने के लिए हवाईअड्डे पर परिवार के केवल एक सदस्य को अनुमति दी गई है। हाजियों और उनके रिश्तेदारों की आवाजाही के लिए सभी जिला प्रशासनों के समन्वय के साथ राज्य सड़क परिवहन प्राधिकरण (एसआरटीसी) की बसों को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि सुरक्षाबलों को तीर्थयात्रियों और उनके रिश्तेदारों को उन इलाकों से गुजरने देने की अनुमति देने के निर्देश दिए गए है जहां पाबंदियां लागू हैं।

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