कर्नाटक का संकट: राज्यपाल के पत्र को कुमारस्वामी ने बताया 'लव लेटर', स्पीकर से लगाई गुहार- मेरी रक्षा करें
कर्नाटक में जारी सियासी घमासान के बीच कई ट्विस्ट आ रहे हैं। राज्यपाल द्वारा बहुमत साबित करने की दी गई नई डेडलाइन पर विधानसभा में मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने जवाब दिया है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी...
कर्नाटक में जारी सियासी घमासान के बीच कई ट्विस्ट आ रहे हैं। राज्यपाल द्वारा बहुमत साबित करने की दी गई नई डेडलाइन पर विधानसभा में मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने जवाब दिया है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने फ्लोर टेस्ट कराने का फैसला स्पीकर पर छोड़ दिया है और उन्होंने कहा है कि वे राज्यपाल के दूसरे पत्र से आहत हुए हैं। बता दें कि पहले दी गई फ्लोर टेस्ट की समय सीमा खत्म होने के बाद राज्यपाल वजुभाई वाला ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी को एक और पत्र लिखा और कहा कि वे आज शाम 6 बजे से पहले बहुमत साबित करें।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने विधानसभा में कहा कि राज्यपाल के प्रति मेरे मन में सम्मान है। लेकिन गवर्नर के दूसरे प्रेम पत्र ने मुझे आहत किया है। उन्हें केवल 10 दिन पहले हॉर्स ट्रेडिंग बारे में पता चला?। राज्यपाल ने अपने दूसरे पत्र में खरीद-फरोख्त की बात कही है, क्या वह अब तक इससे अनभिज्ञ थे? कुमारस्वामी ने राज्यपाल वजुभाई के दूसरे पत्र को लव लेटर करार दिया है।
Karnataka Chief Minister HD Kumaraswamy in state Assembly: I leave the decision on the floor test to you (the Speaker). It won't be directed by Delhi. I request you to protect me from the letter sent by the Governor. https://t.co/zUHJxNKpIZ
— ANI (@ANI) July 19, 2019
एचडी कुमारस्वामी ने विधानसभा में कहा कि मैं फ्लोर टेस्ट का फैसला स्पीकर पर छोड़ता हूं। यह दिल्ली द्वारा निर्देशित नहीं किया जाएगा। स्पीकर से बोलते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि राज्यपाल द्वारा भेजे गए पत्र से मेरी रक्षा करें।
कर्नाटक में जारी सियासी संकट पर कुमारस्वामी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। सुप्रीम कोर्ट में कुमारस्वामी ने यह दावा किया कि जब विश्वास मत पर कार्यवाही चल रही है तो राज्यपाल वजूभाई वाला विश्वास मत पर कोई निर्देश नहीं दे सकते। बता दें कि मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने भी 17 जुलाई के आदेश पर स्पष्टीकरण के लिये सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।