कांग्रेस का हाथ थामने के बाद कन्हैया कुमार पर उनकी पिछली पार्टी ने उनपर निशाना साधा है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा ने कहा है कि कन्हैया कुमार की कम्युनिस्ट विचारधारा में कोई आस्था नहीं था और उन्होंने खुद ही अपने को पार्टी से निष्कासित कर लिया है। वहीं, सीपीआई नेता बिनय विश्वम ने कन्हैया के कांग्रेस में जाने को विश्वासघात बताते हुए यह कहा कि लाल झंडे के साथ बेटे का विश्वासघात देखकर आज उनकी मां भी दिल से रो रही होंगी।
बिनय विश्वम ने कहा, 'सुदूर बेगुसराय गांव में एक मां आज अपने दिल से रो रही होगी। यह कोई और नहीं बल्कि कन्हैया की मां है।'
वहीं, डी राजा ने आरोप लगाया कि कुमार भाकपा नेतृत्व के प्रति ईमानदार नहीं थे। राजा ने कहा,'कुमार ने खुद को पार्टी से निष्कासित कर लिया है। वह पार्टी के प्रति ईमानदार नहीं थे। कन्हैया के आने से पहले भाकपा थी और आगे भी बनी रहेगी।''
उन्होंने यह दावा भी किया कि कन्हैया कुमार की कम्युनिस्ट विचारधारा में कोई आस्था नहीं थी। बता दें कि जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार मंगलवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। कन्हैया ने सीपीआई की टिकट पर साल 2019 का आम चुनाव अपने गृह क्षेत्र बेगुसराय से लड़ा था। हालांकि, इस चुनाव में वह बीजेपी नेता गिरिराज सिंह से हार गए थे।