कमलेश तिवारी हत्याकांड में एक और खुलासा: ATS से ‘डील’ के बाद कातिलों ने बदला प्लान, फिर 'गलतफहमी' में पहुंच गए गुजरात
कमलेश तिवारी हत्याकांड में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। कमलेश की हत्या के बाद बरेली, नेपाल में छिपते घूम रहे हत्या के मुख्य आरोपी अशफाक हुसैन व मोइनुद्दीन पठान 21 अक्तूबर को लखनऊ कोर्ट में समर्पण...
कमलेश तिवारी हत्याकांड में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। कमलेश की हत्या के बाद बरेली, नेपाल में छिपते घूम रहे हत्या के मुख्य आरोपी अशफाक हुसैन व मोइनुद्दीन पठान 21 अक्तूबर को लखनऊ कोर्ट में समर्पण करने की तैयारी में थे। इसी वजह से वह नेपाल से 20 अक्तूबर की रात में शाहजहांपुर पहुंचे थे। वहीं से अशफाक ने अपनी पत्नी और पिता से बातचीत की। उन्हें पता लगा कि गुजरात एटीएस से घरवालों की डील हो गई है। इसके बाद उन्होंने लखनऊ कोर्ट में समर्पण करने का इरादा बदल दिया और सीधे गुजरात एटीएस के पास पहुंच गए।
एटीएस गुजरात ने मंगलवार शाम को राजस्थान बार्डर से लगे अरवल्ली जिले में शामलाज में अशफाक और मोइनुददीन को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी जितनी आसान लग रही है, दरअसल उतनी है नहीं। एटीएस गुजरात के सामने कमलेश के हत्याभियुक्तों के समर्पण करने की पटकथा 20 अक्तूबर की रात को लिखी जा चुकी थी।
अशफाक के पिता जाकिर और उसकी पत्नी की एटीएस गुजरात के एक अधिकारी से बात हो गई थी। अशफाक ने जब पत्नी के मोबाइल पर कॉल कर लखनऊ जाने की बात कही तो घरवालों ने उनका दिमाग बदल दिया। एटीएस गुजरात की योजना के मुताबिक दोनों को गुजरात बुलाया गया। इस दौरान एटीएस के अफसरों ने अशफाक के घरवालों के मोबाइल कब्जे में ले लिए। इसकी वजह से दोबारा उनकी बात नहीं हो पाई। अशफाक की पत्नी का मोबाइल यूपी की एजेंसियां भी सुन रहीं थीं।
यही वजह रही कि यूपी की एजेंसियों के पहुंचने से पहले अशफाक और मोइनुद्दीन खुद ही एटीएस गुजरात के बुने जाल में फंस गए। गुजरात पहुंचकर जब उन्होंने संपर्क किया तो एटीएस की टीम सक्रिय हो गई। इसके बाद दोनों को एक पहाड़ी के पास पेट्रोल पंप के किनारे गाड़ी से बुलवाया गया। वहां से एटीएस उनको साथ लेकर गुजरात मुख्यालय चली गई।
चार साल से दीनी तालीम ले रहा था आरोपी अशफाक
सूत्रों के मुताबिक अशफाक ही मुख्य शूटर है। वह तीन साल से दीनी तालीम ले रहा था। मुख्य साजिशकर्ता राशिद ने अशफाक को कमलेश की हत्या के लिए तैयार किया था। मौलाना मोहसिन ने अशफाक को समझाया था कि कमलेश ने पैगंबर का अपमान किया है, इसलिए उसका कत्ल करना जरूरी है।