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38 साल के इतिहास में कैलास मानसरोवर श्रद्धालुओं ने बनाया ये कीर्तिमान

कैलास मानसरोवर यात्रा के 38 साल के इतिहास में इस बार श्रद्धालुओं ने सर्वाधिक संख्या का नया कीर्तिमान बनाया है। इस बार सर्वाधिक 948 यात्री पवित्र यात्रा पूरी करेंगे। जबकि, सबसे कम यात्रियों का रिकॉर्ड...

 38 साल के इतिहास में कैलास मानसरोवर श्रद्धालुओं ने बनाया ये कीर्तिमान
हल्द्वानी | शमा सलमानीSun, 01 Sep 2019 07:10 AM
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कैलास मानसरोवर यात्रा के 38 साल के इतिहास में इस बार श्रद्धालुओं ने सर्वाधिक संख्या का नया कीर्तिमान बनाया है। इस बार सर्वाधिक 948 यात्री पवित्र यात्रा पूरी करेंगे। जबकि, सबसे कम यात्रियों का रिकॉर्ड वर्ष 2013 में रहा, जब दो दलों में महज 106 यात्री यात्रा पर गए। इस बार 12 जून को शुरू हुई यात्रा का 16वां दल शनिवार को काठगोदाम टीआरसी लौट आया। बाकी दो दल यात्रा के विभिन्न पड़ावों पर हैं।

कुमाऊं मंडल विकास निगम के जीएम अशोक जोशी ने बताया कि साल 1981 से शुरू हुई कैलास मानसरोवर यात्रा में पहली बार तीन दलों में 59 श्रद्धालुओं ने यात्रा की थी। 38वें साल में यह कारवां 948 तक आ पहुंचा है। इस तरह अब तक कुल 17,793 श्रद्धालु यात्रा पूरी कर चुकेंगे। 1981 में यात्रा तीन दलों में 59 यात्रियों के साथ शुरू हुई। इसके बाद साल 1982 में 8 दलों में 186 श्रद्धालु, 1993 में 12 दलों में 365 श्रद्धालु, साल 2000 में 16 दलों में 492 श्रद्धालुओं ने यात्रा पूरी की। वर्ष 2014 में पहली बार 18 दल बने। इसके बाद 2019 तक लगातार मानसरोवर यात्रियों ने 18 दलों में यात्रा की। साल 2017 में 921, साल 2018 में 893 श्रद्धालु यात्रा पर गए।

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कैलास यात्रा
- इससे पहले वर्ष 2017 में सर्वाधिक 921 यात्रियों ने पूरी की पवित्र यात्रा 
- अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुकी यात्रा में अब सिर्फ दो दलों की वापसी शेष
- शनिवार को यात्रा पूरी कर काठगोदाम लौटा श्रद्धालुओं का 16वां दल

54 यात्री बागेश्वर से काठगोदाम पहुंचे
शनिवार को कैलास मानसरोवर यात्रा के 16वें दल के 54 यात्री बागेश्वर से हल्द्वानी पहुंचे। यहां केएमवीएन सदस्यों ने प्रशस्ति पत्र देकर उन्हें सम्मानित किया। यात्री दोपहर एक बजे खाना खाने के बाद दिल्ली रवाना हो गए। अब 17वें और 18वें दलों की यात्रा ही बाकी है।
 

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