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कबाड़ी बना आतंकी संगठन का सरगना, तमिलनाडु में ISIS की संभाल रखी थी कमान

वजीराबाद स्थित बुराड़ी से गुरुवार तड़के स्पेशल सेल के हत्थे चढ़े तीन संदिग्ध आतंकियों में शामिल  ख्वाजा मोइनुद्दीन तमिलनाडु आईएस मॉडयूल का सरगना है। वह कबाड़ की दुकान चलाते हुए आईएस के जाल में फंसा...

कबाड़ी बना आतंकी संगठन का सरगना, तमिलनाडु में ISIS की संभाल रखी थी कमान
रमेश त्रिपाठी,नई दिल्लीFri, 10 Jan 2020 05:48 AM
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वजीराबाद स्थित बुराड़ी से गुरुवार तड़के स्पेशल सेल के हत्थे चढ़े तीन संदिग्ध आतंकियों में शामिल  ख्वाजा मोइनुद्दीन तमिलनाडु आईएस मॉडयूल का सरगना है। वह कबाड़ की दुकान चलाते हुए आईएस के जाल में फंसा गया और नौजवानों को धर्म के नाम पर बरगलाकर अपने साथ जोड़ने लगा। 

उसने तमिलनाडु में दो कैंप आयोजित किए, जिनमें धार्मिक क्रियाकलापों के नाम पर युवाओं को बुलाया और उन्हें हथियार चलाने व मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण देकर आईएस के लिए तैयार किया। उसने वर्ष 2014 में एर्क ंहदू मुनानी नेता केपी सुरेश कुमार की हत्या कर दी थी। इस मामले में सशर्त जमानत पर छूटने के बाद ख्वाजा अपने करीबी साथियों के साथ नेपाल फरार हो गया था। वहां आईएस का बेस बनाया।

तमिलनाडु में आईएस की कमान संभाल रखी थी : ख्वाजा की भारत में आईएस का नेटवर्क स्थापित करने की योजना थी। वह आईएस प्रभावित नौजवानों को जोड़ने के लिए भड़काऊ भाषण वाले वीडियो तैयार करता था और छोटे-छोटे आयोजन कर उनके संपर्क में रहता था। उसने तमिलनाडु में आईएस की कमान संभाल रखी थी। ग्रुप तैयार होने पर ख्वाजा मोइनुद्दीन ने सैयद अली नवाज, अब्दुल समद, अब्दुल शमीम, थोवफिक और जाफर अली के साथ तमिलनाडु से तीन-तीन के दो समूहों में नेपाल भागने की योजना बनाई। 

फर्जी दस्तावेजों के सहारे सैयद अली नवाज और अब्दुल समद के साथ ख्वाजा नेपाल के काठमांडू चला गया। हालांकि, इनके बाकी तीन साथी पुलिस के हत्थे चढ़ गए। नेपाल में एक अड्डे की स्थापना करने के बाद वह दिल्ली आया। दिल्ली में उसे ठिकाना और हथियार आईएस नेटवर्क के आका ने स्लीपर सेल के जरिए मुहैया कराए।

सीमापार से निर्देश मिले
स्पेशल सेल के डीसीपी ने बताया कि गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों को आतंकी वारदात को अंजाम देने के निर्देश सीमापार बैठा एक हैंडलर दे रहा था। वह तीनों को एक एप के जरिए  निर्देश दे रहा था। इसकी जानकारी खुफिया इकाइयों ने दिल्ली पुलिस को मुहैया कराई। तभी से इनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी। 

खुफिया इनपुट के बाद अलर्ट
नेपाल से इन कथित आतंकियों के दिल्ली आकर वारदात करने का खुफिया इनपुट मिलने के बाद सुरक्षाबल और स्थानीय पुलिस ने सीमावर्ती इलाकों में अलर्ट बढ़ा दिया था। इसी बीच सूचना मिली कि संदिग्ध दिल्ली पहुंच चुके हैं। दो दिन पहले इन्होंने वजीराबाद में किराए पर कमरा लिया और किसी बड़ी वारदात की साजिश रच रहे हैं। 

ऐसे पकड़े गए
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को गुरुवार को पता चला कि तीनों संदिग्ध आतंकी बुराड़ी में किसी से मिलने जाएंगे। पुलिस ने इन्हें घेरा तो ये गोलियां चलाकर फरार होने की कोशिश करने लगे। इस पर जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने भी गोली चलाते हुए तीनों को काबू कर लिया। दोनों ओर से 14 गोलियां चलीं।

चौथा आतंकी गुजरात से गिरफ्तार
स्पेशल सेल ने जिन कथित आईएसआईएस आतंकियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है, उनके एक साथी  जाफर अली को गुजरात पुलिस की एटीएस ने वड़ोदरा के गोरवा इलाके से गिरफ्तार किया गया।  

ख्वाजा मोइनुद्दीन
ख्वाजा मोइनुद्दीन तमिलनाडु के कुडलूर का रहने वाला है। वह शुरुआती दौर में राजनीतिक पार्टियों से जुड़ा था। इसके बाद वह कबाड़ का काम करने लगा और कुछ धार्मिक कार्यों से भी जुड़ा रहा। वह धार्मिक कट्टरपंथियों के संपर्क में आकर धर्म परिवर्तन कराने के लिए नौजवानों से संपर्क करने लगा। वर्ह हिन्दू मुनानी नेता, केपी सुरेश की निर्मम हत्या में शामिल रहा।

सैयद अली नवाज 
सैयद अली दीनार नगर, कन्याकुमारी जिले का निवासी है। उसने  अर्मेनसिलापल्ली में 8 वीं कक्षा तक पढ़ाई की है। सैयद को  करीबी दोस्त अब्दुल शमीम ने ख्वाजा मोइनुद्दीन से मिलवाया था। ख्वाजा ने उसे जिहाद के लिए प्रेरित किया था। उस पर भी एमआर गांधी नार्म ंहदू नेता की हत्या का प्रयास करने का आरोप है। उस पर केपी सुरेश की हत्या का भी आरोप है। 

अब्दुल समद 
अब्दुल समद ख्वाजा मोइनुद्दीन के भड़काऊ भाषणों से प्रभावित होकर उसके संपर्क में आया था। अब्दुल समद ने मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन में पोस्ट ग्रेजुएट की पढ़ाई की। तकनीकी रूप से अब्दुल समद काफी कुछ जानता है। इस कारण इसका इस्तेमाल मुख्य आरोपी ख्वाजा अपने आईएसआईएस नेटवर्क को बढ़ाने के लिए करता था।

25 नवंबर, 2019 
आईईडी के साथ असम से तीन संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार, इन्हें असम के गोलपाड़ा जिले में लगने वाले रासमेले में विस्फोट करना था

25 नवंबर, 2018
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जम्मू के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के साथ मिलकर इस्लामिक स्टेट के तीन आतंकियों को श्रीनगर के कोठीबाग से गिरफ्तार किया। इनमें जामिया का एक छात्र भी शामिल, वर्ष 2017 में संगठन में शामिल हुआ था 

7 सितंबर, 2018
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इंडियन स्टेट आईएस के दो संदिग्ध आतंकियों को जामा मस्जिद के समीप लालकिला बस स्टैंड से गिरफ्तार किया। दोनों आरोपी इंजीनिर्यंरग की पढ़ाई कर रहे थे 

12 जुलाई, 2017
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आईएस के एक कथित आतंकी को केंद्रीय खुफिया एजेंसियों की सूचना पर इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई हड्डे से गिरफ्तार किया। पुलिस के हत्थे चढ़ा यह संदिग्ध आईएसआईएस में शामिल होने के लिए सीरिया जा रहा था, उसे तुर्की में सीमावर्ती इलाके में एजेंसियों ने पकड़कर वापस भेजा गया  

21 जनवरी, 2016
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने रूड़की में भारत में आईएस के पहले ऑपरेशनल माड्यूल का खुलासा किया। सीरियल ब्लास्ट की तैयारी में जुटे चार छात्र रूड़की से गिरफ्तार   

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