जस्टिस गोगोई आधा दर्जन PIL पर करेंगे सुनवाई, पहली बार CJI के बजाय कोई अन्य जज सुनेंगे ये मामले
सोमवार को मुख्य न्यायाधीश (चयनित) रंजन गोगोई आधा दर्जन पीआईएल पर सुनवाई करेंगे। अब तक पीआईएल पर सुनवाई मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा ही कर रहे थे। जस्टिस मिश्रा 2 अक्तूबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। गत...

सोमवार को मुख्य न्यायाधीश (चयनित) रंजन गोगोई आधा दर्जन पीआईएल पर सुनवाई करेंगे। अब तक पीआईएल पर सुनवाई मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा ही कर रहे थे। जस्टिस मिश्रा 2 अक्तूबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। गत माह जारी रोस्टर के अनुसार, पीआईएल तथा सामाजिक न्याय के मामले मुख्य न्यायाधीश ही सुनेंगे। अगर कोई पीआईएल कभी किसी और न्यायाधीश के आगे लग जाती थी तो न्यायाधीश उसे सुनने से इनकार कर देते थे और मुख्य न्यायाधीश को भेज देते थे।
लेकिन सोमवार को यह पहला मामला होगा, जब छह पीआईएल जस्टिस गोगोई के समक्ष सूचीबद्ध की गई हैं। इन याचिकाओं में हर्ष मंदर, एडमिरल रामदास, शैलेश गांधी, ईएएस सर्मा तथा राजीव चंद्रशेखर की एक पुरानी पीआईएल शामिल हैं। ये याचिकाएं मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा ने ही जस्टिस गोगोई के यहां सूचीबद्ध की हैं क्योंकि रोस्टर मुख्य न्यायाधीश ही तय करते हैं। खास बात यह है कि ये पीआईएल रोस्टर में बदलाव किए बिना ही जस्टिस गोगोई के कोर्ट में सूचीबद्ध की गई हैं।
गौरतलब है कि जनवरी में जस्टिस गोगोई समेत चार वरिष्ठ न्यायाधीशों ने इस मुद्दे पर ही प्रेसवार्ता की थी कि मुख्य न्यायाधीश संवेदनशील मामले अपनी पसंद की बेंचों को आवंटित करते हैं। इन न्यायाधीशों ने इस बारे में मुख्य न्यायाधीश को पत्र भी लिखा था। बाद में एक पीआईएल भी दायर की गई जिसमें मांग की गई थी कि ये याचिकाएं वरिष्ठ न्यायाधीशों को ही दी जाएं। लेकिन मुख्य न्यायाधीश ने इस पीआईएल एक को वरिष्ठता में छठे नंबर की पीठ को भेजा और उसने मुख्य न्यायाधीश को मास्टर ऑफ़ रोस्टर घोषित कर दिया। सोमवार को मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा के समक्ष पुरानी पीआईएल जैसे यूनीटेक आदि ही लंबित हैं।