दिल्ली हिंसा: ताहिर पर कार्रवाई से भड़के जावेद अख्तर, पुलिस पर लगाया पक्षपात का आरोप
आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन पर दिल्ली पुलिस ने गुरुवार (27 फरवरी) को बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने ताहिर की फैक्ट्री को सील कर दिया है। आईबी के कर्मचारी अंकित शर्मा (26) के परिवार ने...
आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन पर दिल्ली पुलिस ने गुरुवार (27 फरवरी) को बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने ताहिर की फैक्ट्री को सील कर दिया है। आईबी के कर्मचारी अंकित शर्मा (26) के परिवार ने ताहिर हुसैन पर हत्या का आरोप लगाया है। इस पर गीतकार जावेद अख्तर ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर सवालिया निशान खड़े किए हैं।
दिल्ली पुलिस पर तंज कसते हुए जावेद अख्तर ने ट्वीट किया, "उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान कई लोग मारे गए, कई घायल हुए, कई घर जलकर खाक हो गए, कई लोग बेसहारा हो गए, काफी सारी दुकानों को लूट लिया गया... लेकिन पुलिस ने सिर्फ एक मकान को सील किया है और उसके मालिक को खोज रही है। इत्तेफाक से उसका नाम ताहिर है। इस कार्रवाई की निरंतरता पर दिल्ली पुलिस को शाबाशी।"
So many killed , so many injured , so many house burned , so many shops looted so many people turned destitutes but police has sealed only one house and looking for his owner . Incidentally his name is Tahir . Hats off to the consistency of the Delhi police .
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) February 27, 2020
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, ताहिर हुसैन की जिस फैक्ट्री को सील किया गया है, वह उत्तर-पूर्वी दिल्ली के खजूरी खास इलाके में थी। दिल्ली पुलिस ने गुरुवार शाम यह कार्रवाई की। खुफिया ब्यूरो (आईबी) के मारे गए कर्मचारी अंकित शर्मा के परिवार ने आप पार्षद ताहिर हुसैन पर हत्या के पीछे हाथ होने का आरोप लगाया है।
आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा (26) उत्तरपूर्वी दिल्ली के दंगाग्रस्त चांदबाग इलाके में अपने घर के पास नाले में मृत पाए गए थे। अंकित के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि हत्या के पीछे हुसैन तथा उसके साथी हैं। हुसैन ने आरोपों से इनकार किया है। शर्मा मंगलवार (25 फरवरी) को लापता हो गए थे और उनका शव बुधवार (26 फऱवरी) को उनके घर के पास एक नाले में मिला था।
संशोधित नागरिकता कानून के समर्थक और विरोधी समूहों के बीच तीन दिन पहले (24 फरवरी) उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई झड़प ने सांप्रदायिक हिंसा का रूप ले लिया। इसमें 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 200 से अधिक लोग घायल हो गए। उन्मादी भीड़ ने घरों, दुकानों, वाहनों और एक पेट्रोल पंप को आग लगा दी और स्थानीय लोगों तथा पुलिसकर्मियों पर पथराव किया। दंगा प्रभावित इलाकों में जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, यमुना विहार, भजनपुरा, चांद बाग और शिव विहार शामिल हैं।