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जम्मू कश्मीर: लश्कर और हिज्बुल ड्रग्स से फैला रहे आतंकवाद, 7 मददगारों के खिलाफ NIA की चार्जशीट में खुलासा

पाकिस्तान पोषित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैय्यबा और हिजुबल मुजाहिद्दीन  जम्मू और कश्मीर में नशे के कारोबार को फैला रहे हैं और अपने खतरनाक मंसूबों के लिए फंड जुटाने में लगे हुए हैं।...

Nishant Nandan लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSat, 28 Aug 2021 09:15 PM
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पाकिस्तान पोषित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैय्यबा और हिजुबल मुजाहिद्दीन  जम्मू और कश्मीर में नशे के कारोबार को फैला रहे हैं और अपने खतरनाक मंसूबों के लिए फंड जुटाने में लगे हुए हैं। हंदवाड़ा-नार्को टेररिज्म केस में पकड़े गए 7 आरोपियों से पूछताछ के बाद यह पता चला है कि इन दोनों ही संगठनों के आतंकवादी जम्मू और कश्मीर में गहरी पैठ बना चुके हैं और इस केंद्र शासित प्रदेश में अशांति फैलाने की पूरी कोशिश में जुटे हैं। पिछले साल 11 जून को हंदवाड़ा पुलिस थाने में इन सभी आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने इनके खिलाफ सपलिमेंट्री चार्जशीट दायर की है जिसमें कई अहम बातें कही गई हैं। 

इस चार्जशीट में बताया गया है कि यह सभी आरोपी जम्मू कश्मीर में एक गहरी साजिश में शामिल थे। इस साजिश के तहत ड्रग्स की खरीद-फरोख्त और भारत के विभिन्न हिस्सों से आतंकी संगठन के लिए फंड जुटाने का काम शामिल था। यह सभी प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैय्यबा और हिज्बुल मुजाहिद्दीन से जुड़े हुए थे। बताया गया है कि इस फंड का इस्तेमाल संगठन के ओवर ग्राउंड वर्क्स के जरिए जम्मू कश्मीर में आतंकवाद फैलाने के लिए किया जा रहा है। 

पुलिस ने जिन सात लोगों को पकड़ा है उनमें शौकत सलाम पैरी, असिफ गुल, अल्ताफ अहमद शाह, रोमेश कुमार, मुद्दसीर अहमद डार, अमितन अलाई और अब्दुल राशिद शामिल हैं। यह सभी जम्मू कश्मीर के रहने वाले हैं। यह सभी अभी जेल में बंद हैं। एनआईए ने इन सभी के खिलाफ स्पेशल कोर्ट में चार्जशीट दायर की है। इन सभी पर एनडीपीएस एक्ट के अलावा भारतीय दंड संहिता की धारा 120B, 17, 38 और 40 के तहत केस दर्ज किया है। 

बता दें कि अब्दुल मोमिन पीर को पुलिस नाका पार्टी ने कैरो पुल के पास से पकड़ा था। उसकी कार से नारकोटिक्स मिले थे। वो बारामूला से हंदवाडा़ आ रहा था। अब्दुल की कार की जांच के दौरान 20 लाख रुपए कैश और 2 किलोग्राम हेरोइन पकड़े जाने का दावा भी किया गया था। जांच आगे बढ़ने के बाद अब्दुल मोमीन पीर के पास से 15 किलो हेरोईन बरामद हुआ था। जिसकी कीमत डेढ़ करोड़ बताई गई थी। इस मामले में एनआईए ने पिछले साल 26 जून को केस दर्ज किया था और मामले की जांच शुरू की थी।

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