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चंद्रयान-2 : वीडियो, पीएम मोदी से गले मिलकर भावुक हुए इसरो चीफ के. सिवन

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो)के अध्यक्ष के शिवन देश के महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान-2 में आयी बाधा के बाद भावुक हो गये जिससे उनकी आंखों में आंसू आ गये और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें...

Narendra Modi K Sivan (ANI Video Grab)
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Narendra Modi K Sivan
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लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीSat, 07 Sep 2019 10:03 AM
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भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो)के अध्यक्ष के शिवन देश के महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान-2 में आयी बाधा के बाद भावुक हो गये जिससे उनकी आंखों में आंसू आ गये और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें गले लगाकर ढांढ़स बधाया। चंद्रयान-2 मिशन के लैंडर विक्रम के चंद्रमा पर उतरने के ऐतिहासिक क्षण में शामिल होने के लिये इसरो मुख्यालय गये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार (7 सितंबर) की सुबह राष्ट्र को सम्बोधित किया।

सम्बोधन के बाद पीएम मोदी वहां मौजूद सभी वैज्ञानिकों से व्यक्तिगत रुप से मिले और उनका हौसला बढ़ाया। जब मोदी वैज्ञानिकों से मिलकर लौट रहे थे। तो के. शिवन ने उनका अभिनंदन किया और वह भावुक हो गये। इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने आगे बढ़कर उन्हें गले लगाया। शिवन की आंखों में आंसू देख प्रधानमंत्री ने उनकी पीठ थपथपाते हुए उन्हें ढ़ांढ़स बधाया और अपने प्रयासों को जारी रखने को कहा।

वह पल बेहद भावुक था, जब सिवन के आंखों से आंसू छलक पड़े। वैज्ञानिकों के साथ बाहर की तरफ निकल रहे मोदी ने तुरंत उन्हें गले लगाया और उन्हें थाम लिया। निराश और परेशान सिवन ने थोड़ी देर बाद खुद को संभालते हुए प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत की।

इससे पहले पीएम मोदी ने वैज्ञानिकों का मनोबल और हौसला बढ़ाते हुए कहा कि वे निशारा के पलों को पीछे छोड़कर देश के अंतरिक्ष कार्यक्रम को नये संकल्प और दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ निरंतर जारी रखने। प्रधानमंत्री ने कहा कि जल्द ही नया सवेरा होगा और देश अपने अंतरिक्ष कार्यक्रमों में पूरी तरह सफल रहेगा। चंद्रयान की यात्रा को शानदार व जानदार बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि परिणाम अपनी जगह हैं, लेकिन मुझे और पूरे देश को अपने वैज्ञानिकों, इंजीनियरों आप सभी के प्रयासों पर गर्व है।

प्रधानमंत्री ने वैज्ञानिकों से कहा, ''हर मुश्किल, हर संघर्ष, हर कठिनाई, हमें कुछ नया सिखाकर जाती है, कुछ नए आविष्कार, नई टेक्नोलॉजी के लिए प्रेरित करती है और इसी से हमारी आगे की सफलता तय होती हैं। ज्ञान का अगर सबसे बड़ा शिक्षक कोई है तो वो विज्ञान है।"

चंद्रयान-2 पर पीएम मोदी वैज्ञानिकों से बोले, आप पत्थर पर लकीर करने वाले लोग हैं

इसरो के मिशन कंट्रोल सेंटर से प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, ''विज्ञान में विफलता नहीं होती, केवल प्रयोग और प्रयास होते हैं। उन्होंने कहा, ''हमें सबक लेना है, सीखना है। हम निश्चित रूप से सफल होंगे। कामयाबी हमारे साथ होगी।" मोदी चांद पर 'सॉफ्ट लैंडिंग का सीधा नजारा देखने के लिए यहां स्थित इसरो केंद्र पहुंचे थे। हालांकि, लैंडर से संपर्क टूट जाने के कारण 'सॉफ्ट लैंडिंग' के बारे में कोई सूचना नहीं मिल पाई।

उल्लेखनीय है कि भारत के चंद्रयान-2 मिशन को शनिवार तड़के (7 सितंबर) उस समय झटका लगा, जब चंद्रमा की सतह से महज दो किलोमीटर पहले लैंडर 'विक्रम' से इसरो का संपर्क टूट गया। इसरो ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि विक्रम लैंडर उतर रहा था और लक्ष्य से 2.1 किलोमीटर पहले तक उसका काम सामान्य था। उसके बाद लैंडर का संपर्क जमीन पर स्थित केंद्र से टूट गया। 'विक्रम' ने 'रफ ब्रेकिंग' और 'फाइन ब्रेकिंग' चरणों को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया, लेकिन 'सॉफ्ट लैंडिंग' से पहले इसका संपर्क धरती पर मौजूद स्टेशन से टूट गया। इसके साथ ही वैज्ञानिकों और देश के लोगों के चेहरे पर निराशा की लकीरें छा गईं।

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