कॉमनवेल्थ और CRPF भर्ती घोटाले की कर चुके हैं जांच, अब वानखेड़े की जगह आर्यन केस की जांच करेंगे संजय सिंह
चर्चित मुंबई क्रूज केस की जांच अब समीर वानखेड़े नहीं करेंगे। इस केस की जांच अब पूर्व सीबीआई अधिकारी संजय सिंह करेंगे। इस केस की जांच के दौरान समीर वानखेड़े पर कई गंभीर आरोप भी लगे थे। एनसीबी समीर...
चर्चित मुंबई क्रूज केस की जांच अब समीर वानखेड़े नहीं करेंगे। इस केस की जांच अब पूर्व सीबीआई अधिकारी संजय सिंह करेंगे। इस केस की जांच के दौरान समीर वानखेड़े पर कई गंभीर आरोप भी लगे थे। एनसीबी समीर वानखेड़े पर लगे आरोपों की जांच कर रही थी। शुक्रवार को क्रूज ड्रग्स केस की जांच से उन्हें हटा दिया गया। समीर सिंह अब नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में हैं।
संजय सिंह 1996 बैच के आईपीएस अफसर हैं। संजय सिंह के बारे में आपको बता दें कि एनसीबी में आने से पहले केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो में अपनी सेवा देने के दौरान उन्होंने कई अहम केसों की जांच की थी। 'न्यूज 18' से बातचीत में इस आईपीएस अधिकारी के एक बैचमेट ने कहा, 'संजय सिंह कभी सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल सिर्फ सरकारी कार्यों के लिए ही करते हैं। इतना ही नहीं वो अपने कार के नंबर प्लेट पर तीन स्टार नहीं लगाते और सुरक्षा भी नहीं लेते। एक बार उन्हें सुरक्षा प्रदान करने का ऑफर दिया गया था लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया था।
सीबीआई में संजय सिंह के साथ काम कर चुके एडीजी रैंक के अधिकारी ने बताया कि सीबीआई में सेवा काल के दौरान वो तत्कालीन सीबीआई निदेशक के पसंदीदा अफसरों में से एक थे। इस दौरान वो काफी संवेदनशील जगहों पर भी पोस्टेड रहे।
सीबीआई में रहते हुए उन्होंने कई अहम केसों की जांच की थी। इनमें चर्चित कॉमनवेस्थ गेम्स घोटाला और सीआरपीएफ भर्ती घोटाला समेत कई अन्य केस भी शामिल हैं। सीबीआई में 7 साल की सेवा के दौरान संवेदनशील पदों पर रहे। संजय सिंह इससे पहले भुवनेश्वर के कमिश्नर, ओडिशा के एडिशनल डीजी भी रह चुके हैं। संजय सिंह के बारे में बताया जाता है कि उन्होंने कई ड्रग्स नेटवर्क पर कार्रवाई की है।
इसी साल संजय सिंह एनसीबी के डिप्टी डीजी (ऑपरेशन)बने। बताया जा रहा है कि वो इस पद पर 31 जनवरी, 2025 तक रहेंगे।