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इंदिरा गांधी ने धुर विरोधी एनटी रामाराव को बुलाया था श्रीहरिकोटा, जयराम रमेश ने क्यों बताई कहानी

प्रधानमंत्री चंद्रयान-3 मिशन में शामिल इसरो के वैज्ञानिकों से बातचीत करने के लिए यूनान की राजधानी एथेंस से शनिवार को सुबह करीब छह बजे सीधे बेंगलुरु पहुंचे थे।

इंदिरा गांधी ने धुर विरोधी एनटी रामाराव को बुलाया था श्रीहरिकोटा, जयराम रमेश ने क्यों बताई कहानी
Ankit Ojhaभाषा,नई दिल्लीTue, 29 Aug 2023 02:42 PM
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कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मंगलवार को कहा कि 1983 में एसएलवी-3-डी2 के सफल प्रक्षेपण के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने एक दूसरे के धुर राजनीतिक विरोधी होने के बावजूद एन टी रामाराव को श्रीहरिकोटा में मौजूद रहने के लिए आमंत्रित किया था।     
    
रमेश की यह टिप्पणी उस विवाद के संदर्भ में आई है जो कांग्रेस के एक आरोप के मद्देनजर उपजा है। कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री शिवकुमार को सप्ताहांत में उनकी बेंगलुरु यात्रा के दौरान एचएएल हवाई अड्डे पर उनकी अगवानी करने से कथित तौर पर रोक दिया था।
    
रमेश ने आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री इस बात को लेकर सिद्धरमैया और शिवकुमार से चिढ़ गए कि उनसे पहले उन दोनों ने इसरो के वैज्ञानिकों को सम्मानित किया। रमेश ने मोदी पर मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को रोककर 'ओछी राजनीति' करने का आरोप लगाया था। प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को कहा था कि उन्होंने कर्नाटक के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से उनके स्वागत के लिए हवाई अड्डा नहीं आने का आग्रह किया था, क्योंकि लंबी उड़ान के बाद वह अपने आगमन के समय को लेकर आश्वस्त नहीं थे और इसलिए नहीं चाहते थे कि इन्हें सुबह इतनी जल्दी आने का कष्ट उठाना पड़े।

प्रधानमंत्री चंद्रयान-3 मिशन में शामिल इसरो के वैज्ञानिकों से बातचीत करने के लिए यूनान की राजधानी एथेंस से शनिवार को सुबह करीब छह बजे सीधे बेंगलुरु पहुंचे थे। रमेश ने इस घटना का जिक्र किए बिना 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ''वे कट्टर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी थे, लेकिन इंदिरा गांधी ने 17 अप्रैल 1983 को एसएलवी-3-डी2 के सफल प्रक्षेपण के बाद एन टी रामाराव को श्रीहरिकोटा में उपस्थित रहने के लिए आमंत्रित किया था। यह वेद प्रकाश सैंडलस की 2018 की अनूठी पुस्तक 'द लीपफ्रोगर्स' से है।
    
एसएलवी-3 अपने साथ रोहिणी उपग्रह आरएस-डी2 को लेकर गया था। हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री की अगवानी के लिए प्रोटोकॉल की 'अनदेखी' को लेकर भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री आर अशोक तथा शिवकुमार के बीच वाकयुद्ध भी छिड़ गया था।

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