नेपाल के साथ अक्टूबर में व्यापक सैन्य अभ्यास होगा
भारत पड़ोसी देश नेपाल के साथ व्यापक स्तर पर साझा सैन्य अभ्यास करेगा। अक्टूबर में दोनों देशों के बीच सैन्य अभ्यास प्रस्तावित है। बिम्सटेक देशों के साझा सैन्य अभ्यास में नेपाल के न आने से भारत को निराशा...
भारत पड़ोसी देश नेपाल के साथ व्यापक स्तर पर साझा सैन्य अभ्यास करेगा। अक्टूबर में दोनों देशों के बीच सैन्य अभ्यास प्रस्तावित है। बिम्सटेक देशों के साझा सैन्य अभ्यास में नेपाल के न आने से भारत को निराशा हुई थी। भारत ने नेपाल से अपनी नाखुशी का इजहार भी किया था। इसके बाद चीन के साथ नेपाल के सैन्य अभ्यास को लेकर भी कूटनीतिक हलकों में हलचल नजर आई थी।
सूत्रों ने कहा कि यह सही है कि नेपाल के बिम्सटेक सैन्य अभ्यास में शामिल न होने से भारत को निराशा हुई थी, लेकिन भारत इसे आपसी संबंधों में अविश्वास के तौर पर नहीं देखता। चीन के साथ तुलना को भी सूत्र ज्यादा अहमियत देने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि भारत और नेपाल के बीच सैन्य अभ्यास चीन की तुलना में व्यापक होता है। चीन के साथ नेपाल के दो सैन्य अभ्यास हुए हैं, जबकि भारत के साथ उनका 14वां साझा अभ्यास प्रस्तावित है।
सूत्रों ने कहा कि नेपाल का चीन के साथ सैन्य अभ्यास करना उनका द्विपक्षीय मामला है। भारत इसे अपने खिलाफ नहीं मानता, क्योंकि बदलते परिवेश में दुनिया के तमाम देश एक-दूसरे के साथ सैन्य अभ्यास कर रहे हैं। भारत का मानना है कि नेपाल और भारत की भौगोलिक स्थिति इस तरह से है कि दोनों देशों की जगह कोई तीसरा देश नहीं ले सकता। सूत्रों ने कहा कि भारत लगातार नेपाल से भरोसा मजबूत बनाने का प्रयास कर रहा है।
मालदीव में चुनाव पर नजर
भारत की नजर मालदीव में होने वाले चुनाव पर है। भारत चाहता है कि मालदीव में स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव हों। इसके लिए विभिन्न स्रोतों से भारत नजर बनाए हुए है। हालांकि भारत का कहना है कि मालदीव में जो भी सरकार चुनकर आएगी, भारत उससे नए सिरे से रिश्तों को सहेजने का प्रयास करेगा।