पासपोर्ट विवाद: यूजर ने कहा ब्लॉक करिए,सुषमा बोलीं-इंतजार क्यों, कर दिया
लखनऊ के क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय (आरपीओ) से उठा विवाद अभी तक सोशल मीडिया में थमा नहीं है। सोमवार को खबर आई कि पुलिस की एडवर्स जांच रिपोर्ट को रद्द कर तन्वी और अनस के पासपोर्ट को बरकरार रखने का...
लखनऊ के क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय (आरपीओ) से उठा विवाद अभी तक सोशल मीडिया में थमा नहीं है। सोमवार को खबर आई कि पुलिस की एडवर्स जांच रिपोर्ट को रद्द कर तन्वी और अनस के पासपोर्ट को बरकरार रखने का फैसला किया। इस फैसले के बाद एक ट्विटर यूजर सोनम महाजन ने सुषमा स्वराज को टैग करते हुए लिखा कि आप मुझे ब्लॉक कर दीजिए। सुषमा ने महाजन के ट्विट को री-ट्विट करते हुए लिखा, इंतजार क्यों, लीजिए ब्लॉक कर दिया।
उत्तर प्रदेश सरकार ने UttarPradesh.Org ट्विटर हैंडल से लिखा, क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी पीयूष वर्मा ने एडवर्स रिपोर्ट को कैंसिल कर तन्वी और अनस सिद्दीकी के पासपोर्ट को क्लेरेंस दिया। महाजन ने इस ट्वीट को री-ट्विट करते हुए सुषमा स्वराज को टैग किया। महाजन ने साथ में यह भी लिखा, क्या यही अच्छे दिन है और अंत में उन्होंने सुषमा स्वराज से कहा कि 'अब तो आप मुझे भी ब्लॉक कर ही दीजिए। इंतजार रहेगा'। सुषमा स्वराज ने रिप्लाई किया 'इंतजार क्यों? लीजिए ब्लॉक कर दिया।'
राजनाथ ने कहा-ट्रोल करना गलत
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ट्रोल करना गलत है। राजनाथ एकमात्र ऐसे मंत्री हैं जो सुषमा के समर्थन में बोले हैं।
सुषमा ने कराया ट्विटर पोल
सुषमा ने रविवार को टि्वटर पर कहा था, ''लोकतंत्र में मत भिन्नता होना स्वाभाविक है। कृपया आलोचना अवश्य करें, लेकिन अभद्र भाषा का इस्तेमाल न करें। सभ्य भाषा में होने वाली आलोचना हमेशा अधिक प्रभावी होती है। इसके बाद उन्होंने टि्वटर पर एक सर्वेक्षण भी कराया था और इस मंच का इस्तेमाल करने वालों से पूछा था कि क्या वे इस तरह की ट्रोलिंग को स्वीकार करते हैं। इस पर 43 प्रतिशत लोगों ने हां में और 57 प्रतिशत लोगों ने ना में जवाब दिया था।
क्या है मामला
सुषमा एक अंतरधर्मी दंपत्ति को पासपोर्ट जारी कराने और इससे संबंधित विवाद में लखनऊ स्थित पासपोर्ट सेवा केंद्र के अधिकारी विकास मिश्रा के तबादले के बाद से आक्रामक ट्वीटों का सामना कर रही हैं। मिश्रा का तब लखनऊ से गोरखपुर तबादला कर दिया गया था जब अंतरधर्मी दंपत्ति ने आरोप लगाया कि अधिकारी ने उनका अपमान किया है।
दंपत्ति का आरोप था कि मिश्रा ने पति से हिन्दू बनने को कहा और उसकी पत्नी की इसलिए खिंचाई की क्योंकि उसने मुसलमान से शादी की है। मिश्रा ने अपने बचाव में कहा था कि वह धर्मनरिपेक्ष हैं। अधिकारी ने कहा था कि उन्होंने महिला से कहा था कि उसके निकाहनामे में उसका नाम शाजिया अनस है जिसकी पुष्टि फाइल में होनी चाहिए।
सोशल मीडिया पर एक तबके ने मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई किए जाने पर सुषमा और उनके मंत्रालय पर हमला बोला था। इन लोगों ने दावा किया था कि अधिकारी ने सिर्फ अपना दायित्व निभाया था। मंत्री ने इन ट्वीटों में से कुछ को री-ट्वीट किया जो गाली-गलौज और सांप्रदायिक प्रकृति के थे।