लद्दाख में अग्रिम इलाकों से जल्द सैनिकों को हटाने पर बनी सहमति, वादों को पूरा करेगा चीन?
भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर जल्द ही 10वें दौर की बातचीत होगी। सोमवार को हुई सैन्य वार्ता के बाद भारत-चीन संयुक्त बयान में कहा कि भारत और चीन की सेनाएं तनाव को संयुक्त रूप से कम करने के...
भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर जल्द ही 10वें दौर की बातचीत होगी। सोमवार को हुई सैन्य वार्ता के बाद भारत-चीन संयुक्त बयान में कहा कि भारत और चीन की सेनाएं तनाव को संयुक्त रूप से कम करने के वास्ते कोर कमांडर स्तर की दसवें दौर की वार्ता के लिए जल्द बैठक करने पर सहमत हुए हैं।
बयान में कहा गया है कि दोनों पक्ष एलएसी पर स्थिति को स्थिर और नियंत्रित रखने के लिए प्रभावी प्रयास जारी रखने पर सहमत हुए हैं। आज हुई सैन्य वार्ता को लेकर बताया गया कि बातचीत सकारात्मक, व्यवहारिक एवं रचनात्मक थी जो परस्पर विश्वास को और आगे बढ़ाएगी।
दोनों पक्ष एलएसी पर तैनात सैनिकों के संयम बरतने को लेकर प्रभावी प्रयास जारी रखने पर सहमत हुए हैं। बयान में कहा गया है कि सैनिकों को हटाने पर दोनों पक्षों ने स्पष्ट और विचारों का आदान प्रदान किया है। संयुक्त बयान में कहा गया है कि दोनों पक्ष अग्रिम इलाकों से सैनिकों को जल्द पीछे हटाने पर सहमत हुए है। हालांकि, यह सवाल अभी बना हुआ है कि क्या चीन बातचीत में बनी सहमति पर अमल करेगा? क्योंकि पहले भी उसने इस तरह की सहमित जताई है, लेकिन जमीन पर अभी तक कोई बदलाव नहीं आया है।
बता दें कि करीब 15 घंटे तक चली इस बैठक में भी भारत की तरफ से दो टूक कहा गया है कि चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर मई से पहले की स्थिति बहाल करे और पीछे हटे। एलएसी पर मई के बाद से ही तनाव की स्थिति बनी हुई है। दोनों देशों के 50-50 हजार सैनिक पूर्वी लद्दाख में तैनात हैं।