कश्मीर को लेकर राष्ट्रपति ट्रंप के फिर मध्यस्थता वाले बयान पर भारत ने दिया ये जवाब
भारत ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से एक बार फिर कश्मीर में मध्यस्थता की राग पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए साफ कर दिया है कि यह सिर्फ भारत और पाकिस्तान के बीच का द्विपक्षीय मामला...
भारत ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से एक बार फिर कश्मीर में मध्यस्थता की राग पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए साफ कर दिया है कि यह सिर्फ भारत और पाकिस्तान के बीच का द्विपक्षीय मामला है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से कश्मीर पर फिर से मध्यस्थता को लेकर दिए बयान के बाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ट्वीट करते हुए कहा कि उन्होंने साफतौर पर अपने अमेरिकी समकक्षीय माइक पोम्पियो से सुबह साफ कर दिया कि कश्मीर पर किसी तरह की बातचीत सिर्फ पाकिस्तान के साथ ही होगी। और ये सिर्फ द्विपक्षीय ही होगी।
EAM Dr.S Jaishankar: Have conveyed to American counterpart US Secretary of State Mike Pompeo this morning in clear terms that any discussion on Kashmir, if at all warranted, will only be with Pakistan and only bilaterally. pic.twitter.com/I6xNmxxi6r
— ANI (@ANI) August 2, 2019
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को कहा कि कश्मीर विवाद को सुलझाना भारत और पाकिस्तान पर निर्भर करता है, लेकिन अगर दोनों दक्षिण एशियाई पड़ोसी देश इस दशकों पुराने मुद्दे को सुलझाने में उनकी मदद चाहेंगे तो वह इसके लिए तैयार हैं।
ट्रंप पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ पिछले हफ्ते हुई बैठक का हवाला दे रहे थे जिसमें उन्होंने कश्मीर मुद्दे को सुलझाने में मदद की पेशकश की थी।
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भारत ने इस पेशकश को खारिज कर दिया था जबकि पाकिस्तान ने ट्रंप के बयान का स्वागत किया था।
कश्मीर पर मध्यस्थता की उनकी पेशकश को भारत की ओर से खारिज किए जाने पर पूछे गए एक सवाल पर ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा, “यह (मध्यस्थता की पेशकश स्वीकार करना) पूरी तरह प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) पर निर्भर करता है।
ट्रंप से जब भारत द्वारा मध्यस्थता की पेशकश खारिज किए जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस संबंध में जानने के लहजे में सवाल किया, “उन्होंने पेशकश स्वीकार की या नहीं?”
ट्रंप ने कहा, “ मेरे विचार में वे बेहतरीन लोग हैं - मेरा मतलब खान और मोदी से है। मुझे लगता है कि दोनों के बीच इस पर अच्छे से बातचीत हो सकती है लेकिन अगर वे चाहते हैं कि उनकी मदद के लिए कोई हस्तक्षेप करे....और मैंने पाकिस्तान से भी इस बारे में बात की और भारत से भी।”
उन्होंने इस बात पर भी अफसोस जताया कि कश्मीर मुद्दा लंबे समय से चल रहा है। ट्रंप से उन्होंने जब पूछा कि “वह कैसे कश्मीर मुद्दा सुलझाना चाहते हैं” तो उन्होंने कहा, “अगर वे चाहेंगे तो, मैं निश्चित तौर पर हस्तक्षेप करुंगा।”
ट्रंप ने पिछले हफ्ते अपने ओवल ऑफिस में खान के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में भारत को यह कह कर चौंका दिया था कि प्रधानमंत्री मोदी ने कश्मीर मुद्दे पर उनसे मध्यस्थता की मांग की थी।
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