पाकिस्तान और भारत के अधिकारियों ने सोमवार को करतारपुर कॉरिडोर को लेकर एक बार फिर बैठक की। करतारपुर जीरो प्वाइंट पर दो घंटे तक चली बैठक में कॉरिडोर के निर्माण से जुड़े विषयों पर चर्चा हुई। भारत से विदेश मंत्रालय, गृह मंत्रालय, भारतीय भूमि पत्तन प्राधिकरण और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी बैठक में शामिल हुए।
इससे पहले मार्च में दोनों पक्षों के तकनीकी विशेषज्ञों और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने इसी स्थान पर बैठक की थी। नवंबर में गुरुनानक देव की 550 वीं जयंती पर इस कॉरिडोर को शुरू करने की योजना है। बता दें कि प्रस्तावित करतारपुर कॉरिडोर पंजाब के गुरदासपुर जिले में स्थित डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे को पाकिस्तान के करतारपुर गुरुद्वारा दरबार साहिब से जोड़ेगा।
पिछले साल नवंबर में बनी थी सहमति
पिछले साल नवंबर में दोनों देशों की सरकार ने करतारपुर कॉरिडोर के निर्माण पर सहमति जताई थी। इसके मुताबिक, पाकिस्तान करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब के लिए भारतीय सीमा से कॉरिडोर का निर्माण करेगा। जबकि सीमा तक गुरदासपुर में डेरा बाबा नानक से दूसरे भाग का निर्माण भारत करेगा। पंजाब के गुरदासपुर स्थित डेरा बाबा नानक गुरद्वारे से करतारपुर गुरुद्वारा दरबार साहिब लगभग चार किलोमीटर दूर रावी नदी के पार पाकिस्तान के नरोवाल जिले में स्थित है।
सर्वेक्षण का कार्य पूरा
दोनों देशों में कॉरिडोर के निर्माण पर सहमति बनने के बाद से बैठकों का दौर जारी है। 16 मार्च को हुई बैठक में इंजीनियर और तकनीकी विशेषज्ञों का दल निर्माण के संबंध में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा कर चुका है। इससे पहले 14 मार्च को भी दोनों देशों के अधिकारियों ने बैठक की थी। दोनों देश संयुक्त रूप से कॉरिडोर निर्माण के लिए सर्वेक्षण भी करा चुके हैं।