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पाकिस्तान पहुंचा केरल का शख्स, हो रहा जमकर स्वागत: आखिर क्यों फिदा है पाकिस्तानी

केरल के रहने वाले शिहाब पैदल ही हज यात्रा पर निकल चुके हैं। पाकिस्तान ने उन्हें वीजा देने से इनकार किया था लेकिन सुप्रीम कोर्ट में जीत हासिल करने के बाद वह पाकिस्तान तक पहुंच गए हैं।

पाकिस्तान पहुंचा केरल का शख्स, हो रहा जमकर स्वागत: आखिर क्यों फिदा है पाकिस्तानी
Ankit Ojhaएजेंसियां,नई दिल्लीWed, 08 Feb 2023 11:55 AM

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भारत का एक व्यक्ति पैदल ही हज यात्रा पर निकल पड़ा है। पाकिस्तान की कोर्ट ने उसे वीजा देने से इनकार कर दिया था। हालांकि अब वह पाकिस्तान में प्रवेश कर गया है। 29साल के शइहाब भाई वाघा बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान पहुंचे। वहां सरवर ताज ने उनका स्वागत किया। पाकिस्तान में भगत सिंह मेमोरियल फाउंडेश के चेयरमैन इम्तियाज कुरैशी ने शिहाब के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दी थी। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने शिहाब को वीजा देने की मंजूरी दे दी। उन्हें खुशी है कि वह मक्का तक की पैदल यात्रा पूरी कर पाएंगे। 

कुरेशी ने कहा, शिहाब शांति, दोस्ती और प्यार का संदेश लेकर आए हैं। उन्होंने कहा, हम लाहौर हाई कोर्ट परिसर में शिहाब के स्वागत में एक कार्यक्रम करना चाहते थे लेकिन सुरक्षा कारणों से नहीं कर सके। केरल के रहने वाले शिहाब पिछले साल भी हजारों किलोमीटर का सफर तय कर वाघा बॉर्डर तक पहुंचे थे। हालांकि उन्हें वीजा में दिक्कत की वजह से रोक दिया गया था। 

पाकिस्तान की फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने कहा, शिहाब ने इमिग्रेशन विभाग से कहा था कि वह पैदल ही हज यात्रा पर जाना चाहते हैं और 3 हजार किलोमीटर का सफर तय करके वाघा बॉर्डर तक पहुंचे हैं इसलिए मानवता के आधार पर उन्हें ट्रांजिट वीजा दिया जाए। वह इसके जरिए सऊदी अरब तक पहुंचना चाहते थे। बता दें कि मुसलमानों के लिए हज यात्रा को बहुत  पवित्र माना गया है। सऊदी अरब का मक्का मुस्लिमों का पवित्र शहर है। 
 

लाहौर के रहने वाले ताज ने हाई कोर्ट में उनके वीजा के लिए याचिका दायर की। उन्होंने पाकिस्तान सरकार से भी कहा कि जिस तरह से सिखों को धार्मिक यात्रा के लिए पाकिस्तान का ट्रांजिट वीजा दिया जाता है वैसे ही शिहाब को दिया जाना चाहिए। हालांकि लाहौर हाई कोर्ट ने याचिका खारिज कर दी। इसके बाद हाई कोर्ट के पैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई और शिहाब की जीत हुई। 

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