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संयुक्त राष्ट्र में चीन की अड़ंगेबाजी पर भारत ने जताई नाराजगी, IGN की बातें अनसुनी करने का लगाया आरोप

भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुधारों पर चीन की अड़ंगेबाजी और अन्य देशों की बात न सुने जाने पर चीन का नाम लिए बिना उसे जमकर कोसा है। भारत ने कहा है कि कुछ देश हर बात में अडंगा लगाने की अपनी आदतों से बाज...

संयुक्त राष्ट्र में चीन की अड़ंगेबाजी पर भारत ने जताई नाराजगी, IGN की बातें अनसुनी करने का लगाया आरोप
विशेष संवाददाता, हिन्दुस्तान,नई दिल्ली।Wed, 18 Nov 2020 05:57 AM
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भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुधारों पर चीन की अड़ंगेबाजी और अन्य देशों की बात न सुने जाने पर चीन का नाम लिए बिना उसे जमकर कोसा है। भारत ने कहा है कि कुछ देश हर बात में अडंगा लगाने की अपनी आदतों से बाज आए।

संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने चीन का नाम लिए बिना कहा, गरीब देशों की सहायता न कर पाने के लिए घड़ियाली आंसू रोने वाले कुछ बड़े देश अपनी हकीकत उजागर कर चुके हैं। ये मदद करने की जगह छोटे और मध्यम देशों की आवाज तक नहीं सुन रहे हैं। ऐसे में बदलाव तो बहुत दूर की बात है। इस समूह की बातों को अनसुना किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि इंटरगवर्नमेंटल निगोसिएशन ग्रुप (आईजीएन) की बातें मानो किसी विश्वविद्यालय में हो रही बहस सरीखी हो गई है, जिसका जमीनी हकीकत से कोई लेना देना नहीं होता। जबकि ये संयुक्त राष्ट्र के भीतर का समूह है, जो गंभीर चर्चाओं के बाद कोई बात आगे बढ़ाता है, लेकिन उसे सुने बिना ही एक लाइन में खारिज कर दिया जाता है। उनका निशाना सीधे तौर पर चीन की तरफ था। दरअसल, भारत इंटरगवर्नमेंटल निगोसिएशन ग्रुप की भूमिका को कम करने के चीन के प्रयास से नाराज है। चीन किसी भी तरह के सकारात्मक बदलाव पर वीटो कर देता है।

क्या है आईजीएन?
इंटरगवर्नमेंटल निगोसिएशन (आईजीएन) ग्रुप संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों का समूह है। इस समूह की नींव एक दशक पहले रखी गई थी,जो संयुक्त राष्ट्र महासभा में किसी प्रस्ताव, बदलाव को लेकर सुझाव देता है। ताकि संयुक्त राष्ट्र प्रभावी तरीके से दुनिया के सभी देशों की समस्याओं को समझे और उन्हें सुलझाए। हालांकि ये सलाह अनौपचारिक होती है और रिकॉर्ड में कोई बात रखी नहीं जाती। फिर भी ये समूह काफी महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि संयुक्त राष्ट्र में किसी भी मुद्दे पर समर्थन हासिल करने या विरोध करने की ये जमीन तैयार करता है। लेकिन चीन इस ग्रुप के सुझावों को एक लाइन में खारिज कर दे रहा है।

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