India-China Standoff: ड्रैगन से तनाव के बीच LAC पहुंचे सेना प्रमुख नरवणे, तैयारियों का लिया जायजा
पूर्वी लद्दाख की वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर महीनों से चल रहे भारत-चीन में तनाव के बीच भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने बुधवार को पैंगोंग सो लेक के दक्षिणी हिस्से वाले फॉरवर्ड इलाकों का...
पूर्वी लद्दाख की वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर महीनों से चल रहे भारत-चीन में तनाव के बीच भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने बुधवार को पैंगोंग सो लेक के दक्षिणी हिस्से वाले फॉरवर्ड इलाकों का दौरा किया। उन्होंने एलएसी पर वर्तमान स्थिति और सेना की तैयारियों का भी जायजा लिया।
सेना प्रमुख जनरल नरवणे बुधवार सुबह 8:30 पर फॉरवर्ड इलाके में पहुंचे। इसके बाद, उन्होंने उद्धमपुर स्थित नॉर्दन कमांड के XIV कॉर्प्स के सैनिकों से मुलाकात की। माना जा रहा है कि सेना प्रमुख बुधवार शाम को ही नई दिल्ली वापस लौट जाएंगे। लेह-लद्दाख का उनका यह दौरा एक दिन का ही है।
सेना ने ट्वीट करके जानकारी दी कि सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने रेचिन ला समेत फॉरवर्ड इलाकों का दौरा किया और खुद से एलएसी के वास्तविक हालातों का जायजा लिया। सेना ने आगे कहा कि जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी), फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स और अन्य स्थानीय कमांडरों ने हमारी सेना की ऑपरेशनल तैयारियों के बारे में जानकारी दी।
General MM Naravane #COAS visited forward areas of #FireandFury Corps including Rechin La and undertook a first-hand assessment of the situation along the LAC. He was briefed by #GOC #FireandFury Corps and other local commanders on the operational preparedness of our forces. pic.twitter.com/W0xVgMO1Oz
— ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) December 23, 2020
सेना प्रमुख ने रेचिन ला पर फॉरवर्ड इलाकों पर बनाए गए सैनिकों के रहने की जगह की स्थिति का भी निरीक्षण किया। उन्होंने एलएसी पर सैनिकों को सहज बनाने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की।
कई वार्ताओं के बाद भी जारी है तनावपूर्ण स्थिति
भारत और चीन के बीच अप्रैल महीने से ही तनाव की स्थिति एलएसी पर जारी है। यह हालात उस समय और बिगड़ गए थे, जब गलवान घाटी में दोनों सेनाओं का आमना-सामना हो गया था। इस हिंसक टकराव में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे, जबकि चीन के भी कई सैनिक मारे गए थे। इस घटना के बाद, दोनों देशों ने सैन्य और कूटनीतिक स्तर की कई वार्ताएं की हैं, लेकिन पूरी तरह से तनाव खत्म करने में सफलता नहीं मिली है।