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बीएसएफ की बड़ी कार्रवाई, बांग्लादेश सीमा पर 82 फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस जब्त

भारत-बांग्लादेश की सीमा पर बड़ी कार्रवाई करते हुए बीएसएफ ने 82 फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस जब्त किए हैं। यह सब तब हुआ जब बीएसएफ की एक औचक जांच में पाया कि कम से कम 82 ट्रक चालक नकली ड्राइविंग लाइसेंस का...

बीएसएफ की बड़ी कार्रवाई, बांग्लादेश सीमा पर 82 फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस जब्त
हिन्दुस्तान टाइम्स, नई दिल्लीTue, 18 Jan 2022 04:56 PM

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भारत-बांग्लादेश की सीमा पर बड़ी कार्रवाई करते हुए बीएसएफ ने 82 फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस जब्त किए हैं। यह सब तब हुआ जब बीएसएफ की एक औचक जांच में पाया कि कम से कम 82 ट्रक चालक नकली ड्राइविंग लाइसेंस का प्रयोग कर रहे थे। ये सभी ड्राइविंग लाइसेंस बांग्लादेश से आने-जाने वाले ट्रकों के लिए प्रयोग में लाए जा रहे थे। बीएसएफ के एक सीनियर अधिकारी ने यह जानकारी दी है, उन्होंने इस बारे में विस्तृत जानकारी भी दी है।

दरअसल, बीएसएफ के प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि सीमा सुरक्षा बल को इनपुट मिले थे कि कुछ ड्राइवर भारत और बांग्लादेश के बीच माल के निर्यात और आयात में सोने-चांदी, फेंसेडिल सिरप, ड्रग्स आदि की तस्करी जैसे सीमा पार अपराधों में शामिल हैं। इसके बाद औचक जांच की गई और 16-17 जनवरी को ड्राइवरों के पास से कुल 82 फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस मिले हैं। यह सभी जब्त किए गए लाइसेंस बीएसएफ ने सीमा शुल्क विभाग को सौंप दिए हैं।

यह मामला सामने आने के बाद जांच के लिए मामला दर्ज किया जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय सीमा शुल्क और भूमि बंदरगाह प्राधिकरण को सूचित किया गया है कि फर्जी लाइसेंस पर चलने वाले ड्राइवरों को अनुमति नहीं दी जा सकती है। प्रवक्ता ने आगे कहा कि फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस वाले किसी भी ड्राइवर को किसी भी कीमत पर ट्रकों को चलाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है क्योंकि ऐसे ड्राइवर ड्राइविंग लाइसेंस के आधार पर सीमा शुल्क विभाग से नकली पास प्राप्त करते हैं, जिस पर बीएसएफ ट्रकों को अंदर जाने की अनुमति देता है।

भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापार को सुचारू रूप से चलाने के लिए बीएसएफ ने सीमा पार बनगांव ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन को स्थायी संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का पालन करने के लिए भी सूचित किया है ताकि सुरक्षा और हितों से समझौता न हो। पेट्रापोल आईसीपी दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा भूमि चेकपोस्ट है, जो भारत और बांग्लादेश के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ कोलकाता से लगभग 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। 

पेट्रापोल (भारत)-बेनापोल (बांग्लादेश) व्यापार और यात्री आवाजाही के मामले में दोनों देशों के लिए एक महत्वपूर्ण बिंदु है। भारत और बांग्लादेश के बीच लगभग 30 प्रतिशत भूमि आधारित व्यापार यहीं से होता है। इसे फरवरी 2016 में चालू किया गया था, पेट्रापोल आईसीपी से यात्रियों की आवाजाही की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसमें से हर साल औसतन 22 लाख लोग सीमा चौकी को पार करते हैं।

बता दें कि आइसीपी पेट्रापोल के जरिए हाल के दिनों में तस्करी गतिविधियों में वृद्धि की सूचनाएं मिलती रही हैं। इसी कारण बीएसएफ ने अपनी निगरानी और सतर्कता तंत्रों को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। हाल ही में चार जनवरी को, एक ट्रांसपोर्टर से करीब डेढ़ करोड़ रुपये का तस्करी का सोना जब्त किया गया था, जब वह आईसीपी पेट्रापोल में बीएसएफ के सुरक्षा घेरे से बाइक पर भागने की कोशिश कर रहा था। बाद में पता चला कि यह सोना बांग्लादेश से आयात करने वाले ट्रक के अंदर छिपाकर बांग्लादेश से तस्करी कर लाया गया था।

ऐसा ही एक मामला 19 जुलाई को भी सामने आया था जब बांग्लादेश से आने वाले एक भारतीय ड्राइवर के पास से बीएसएफ ने करीब पौने दो करोड़ रुपये का सोना जब्त किया था। इतना ही नहीं कई बार फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस वाले वाहन चालक सड़क दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते हैं। इसके अलावा पिछले साल अक्टूबर में एक ट्रक चालक द्वारा कुचल दिए जाने पर एक बीएसएफ जवान की मौत हो गई थी।

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