ब्रिटेन के बाद अब ब्राजील और साउथ अफ्रीका में मिले कोरोना वायरस केनए वेरिएंट ने भी भारत में दस्तक दे दी है। इसको लेकर इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने गुरुवार को कहा कि चल रहे क्लीनिकल टेस्ट के नतीजों से संकेत मिला है कि स्वदेशी कोवैक्सिन यूके, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील से रिपोर्ट किए गए कोरोना वायरस के नए वैरिएंट के खिलाफ प्रभावी है।
केरल सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग द्वारा आयोजित एक अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार "केरला हेल्थ: मेकिंग द एसडीजी ए रियलिटी," को संबोधित करते हुए, आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि कोरोना के यूके वैरिएंट के खिलाफ कोवैक्सिन की क्षमता को लेकर कागजात प्रकाशन के लिए स्वीकार कर लिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील के वैरिएंट के मामले में, इन दोनों देशों के यात्रियों से लिए गए नमूनों से नए स्ट्रेन को अलग करने की कोशिश की जा रही थी।
बता दें कि इधर, कुछ सप्ताह पहले ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने एक बड़े कदम की जानकारी दी। ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने कहा कि नए कोरोना वायरस पर वार के लिए टीके का नया रूप तैयार किया जा रहा है। विश्वविद्यालय के शोधदल ने बताया कि अलग-अलग देशों में सामने आ रहे कोरोना वायरस के नए-नए संस्करणों से निपटने का हल जल्द ही दुनिया के सामने होगा। विश्वविद्यालय अपने बनाए कोरोना टीके में नए कोरोना वायरस के हिसाब से बदलाव करके नई-नई अपडेटेड वैक्सीन बनाने जा रहा है।