इमरान खान के बयान पर अरुण जेटली ने कहा- पाकिस्तान को और कितने सबूत चाहिए
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की ओर से पुलवामा मामले में सबूत मांगे जाने पर केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने मंगलवार को कहा कि जैश-ए-मोहम्मद द्वारा हमले की...
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की ओर से पुलवामा मामले में सबूत मांगे जाने पर केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने मंगलवार को कहा कि जैश-ए-मोहम्मद द्वारा हमले की जिम्मेदारी लेने के बाद पाकिस्तान सरकार को अब कितने सबूत चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में जेटली ने कहा, इमरान खान ने पुलवामा हमले की निंदा तक नहीं की और न ही पीड़ितों के प्रति संवेदना जताई। उन्होंने कहा, जैश हमले की जिम्मेदारी ले चुका है।
‘सबूत आपके घर में हैं’:
जेटली ने कहा, हमले में शामिल तीन आतंकियों को मार गिराया गया था। इनमें दो पाक नागरिक हैं। ऐसे में पाक प्रधानमंत्री का भारत से 'खुफिया सबूत' मांगने का क्या औचित्य है। सबूत आपके घर में हैं। उन्होंने पूछा कि भारत सरकार ने मुंबई हमले के बारे में भी सबूत उपलब्ध कराए थे, लेकिन उसके दोषियों पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई।
विदेश मंत्रालय भी सख्त:
इससे पहले विदेश मंत्रालय ने भी इमरान के बयान पर कहा कि आतंकियों से संबंध होने से इनकार करना पाकिस्तान की पुरानी आदत है। वह दुनिया को गुमराह करने की बजाय आतंकियों पर कार्रवाई करे। पाक ने जैश का बयान अनदेखा किया है। सच्चाई है कि जैश पाक से संचालित होता है। उसका सरगना मसूद अजहर पाकिस्तान में है।
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि जैश ने पुलवामा हमले की जिम्मेदारी तो सार्वजनिक रूप से ली है। पूर्व में मुंबई हमले से जुड़े कई सबूत दिए गए थे। लेकिन उसका क्या हुआ नतीजा सबके सामने है।
सेना ने मार्मिक अपील की
15वीं कोर के लेफ्टिनेंट जनरल केएस ढिल्लों ने मंगलवार को कहा कि कश्मीरी समाज में मां की अहम भूमिका है। इसलिए कश्मीर की मांओं से अनुरोध करता हूं कि हथियार उठा चुके अपने बच्चों को आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में आने के लिए समझाएं।