CAA, NRC और NPR पर अमित शाह का इंटरव्यू, जानिए क्या बोले
गृह मंत्री अमित शाह ने साफ किया है कि राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) और नेशनल रजिस्ट्रेशन ऑफ सिटिजन्स (एनआरसी) में कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि इस बारे में राजनीति के तहत अफवाह फैलाई जा...
गृह मंत्री अमित शाह ने साफ किया है कि राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) और नेशनल रजिस्ट्रेशन ऑफ सिटिजन्स (एनआरसी) में कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि इस बारे में राजनीति के तहत अफवाह फैलाई जा रही है। अमित शाह ने यह भी दोहराया कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के तहत किसी की नागरिकता छीनने का प्रावधान नहीं है बल्कि यह नागरिकता देने के लिए लाया गया कानून है।
गृह मंत्री ने कहा कि मैं देश की जनता से अपील करता हूं कि किसी भी तरह के भड़कावे में न आएं। उन्होंने एनपीआर के बहि्ष्कार की धमकी देने वाले पश्चिम बंगाल और केरल जैसे राज्यों से अपील की कि ऐसा न करें, यह जनता के लिए लाई जाने वाली कल्याणकारी योजनाओं के लिए जरूरी है।
अमित शाह ने कहा कि एनपीआर यूपीए के कार्यकाल में लाए गए कानून के तहत ही किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 2010 में इसकी अधिसूचना आई थी। उनके मुताबिक एनपीआर से जुटाए गए आंकड़े का इस्तेमाल एनआरसी के लिए नहीं किया जाएगा।
Home Minister Amit Shah to ANI: It is possible that some names are missed in the NPR, still their citizenship will not be revoked because this is not the process of NRC. The NRC is a different process. I want to make it clear that nobody will lose citizenship because of NPR. pic.twitter.com/JnSdPwIKxx
— ANI (@ANI) December 24, 2019
गृह मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात को दोहराते हुए कहा कि अभी पूरे देश में एनआरसी लाने की अभी कोई योजना नहीं है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के नेता असदउद्दीन ओवैसी के विरोध के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि हम कहेंगे कि सूर्य पूर्व में उगता है तो ओवैसी कहेंगे कि पश्चिम में उगता है, फिर भी मैं उन्हें आश्वस्त करता हूँ कि एनपीआर का एनसीआर से कोई संबंध नहीं है।