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हिन्दुस्तान पूर्वोदय 2018: औषधि और पर्यटन का हब बनेंगे पूरब के राज्य- रघुवर दास

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि सृष्टि में सूरज पूरब से उगता है। देश का विकास भी पूरब से ही होगा। ये राज्य धीरे-धीरे विकास की ओर बढ़ रहे हैं। पूर्वी और पूर्वोतर राज्य वन से अच्छादित हैं। यहां के...

हिन्दुस्तान पूर्वोदय 2018: औषधि और पर्यटन का हब बनेंगे पूरब के राज्य- रघुवर दास
रांची, हिन्दुस्तान ब्यूरोTue, 09 Oct 2018 05:46 AM
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मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि सृष्टि में सूरज पूरब से उगता है। देश का विकास भी पूरब से ही होगा। ये राज्य धीरे-धीरे विकास की ओर बढ़ रहे हैं। पूर्वी और पूर्वोतर राज्य वन से अच्छादित हैं। यहां के पेड़-पौधों से आयुर्वेदिक दवा तैयार की जा सकती है। आधुनिक तरीके से आयुर्वेदिक दवा तैयार कर पूरे भारत को दिया जा सकता है। इसी तरह प्राकृतिक दृष्टि से ये राज्य काफी समृद्ध हैं। पर्यटन के क्षेत्र में भी इन राज्यों में अपार संभावनाएं हैं। मुख्यमंत्री सोमवार को ‘हिन्दुस्तान’ के ‘पूर्वोदय’ समागम में बोल रहे थे। 

ट्रैंगुलर सड़क का जल्द शुरू होगा काम

मुख्यमंत्री ने कहा कि धनबाद-जमशेदपुर-रांची के ट्रैंगुलर सड़क का निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा। इसके लिए जमीन अधिग्रहण की भी जरूरत पड़ेगी। इसकी डीपीआर तैयार हो गई है। तीन-चार साल में निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य है।

गंगा पुल से नया द्वार खुलेगा

रघुवर दास ने कहा है कि साहिबगंज में फोरलेन गंगा पुल का निर्माण शुरू हो गया है। साहिबगंज में बंदरगाह विकसित किया जाएगा। इससे झारखंड पूर्वोत्तर राज्यों से होता हुआ म्यांमार तक जुड़ जाएगा। पूर्वी भारत के विकास का नया दौर शुरू होगा।

एक साल में सातों दिन 24 घंटे बिजली 

मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य में बिजली 30 लाख घरों तक बिजली पहुंच चुकी है। यह सही है कि बिजली आपूर्ति की समस्या है। इसके निदान के लिए 118 ग्रिड की जरूरत है। अभी केवल 38 ग्रिड हैं। 80 ग्रिड का निर्माण शुरू हुआ है। अगले साल से सातों दिन 24 घंटे निर्बाध बिजली मिलेगी। 

मुख्यमंत्री ने कहा है कि हमारी सरकार ने स्थानीय नीति को लागू किया। झारखंड में पिछले चार साल में एक लाख लोगों को सरकारी नौकरी मिली है। 27 हजार युवाओं को रोजगार और मुद्रा योजना के तहत 14.5 लाख लोगों को स्वरोजगार से जोड़ा गया। पचास हजार सरकारी नौकरियां पाइप लाइन में हैं। कौशल विकास के जरिए युवाओं व युवतियों को प्रशिक्षित कर विभिन्न क्षेत्र में रोजगार व स्वरोजगार का अवसर दिया जा रहा है। 

विकास का काम हो रहा

मुख्यमंत्री ने कहा कि पेयजल के लिए ड्रिस्ट्रिक मार्इंनग फंड के तहत प्राप्त रॉयल्टी की राशि को शत प्रतिशत व्यय कर पाइपलाइन के जरिए पानी पहुंचाने पर खर्च किया जा रहा। हर स्कूल में बेंच-डेस्क की व्यवस्था की गई। पांच नए मेडिकल कॉलेज की स्थापना हुई है। निजी विश्वविद्यालय खुल रहे हैं। इससे पढ़ाई के लिए पलायन भी रुका है। इसी तरह मच्छली उत्पादन और कौशल विकास के जरिए पलायन को रोका गया। 

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