Hindustan Exclusive : व्यावसायिक और घरेलू बिजली दरें एक होंगी
बिजली कनेक्शन घर का हो या किसी दुकान या फैक्ट्री का। आपको अलग-अलग श्रेणी के कनेक्शन के लिए बिजली की अलग-अलग दर नहीं देनी होगी। जल्द सभी श्रेणियों के लिए बिजली की दर एक होगी। बिजली के इस्तेमाल और लोड...
बिजली कनेक्शन घर का हो या किसी दुकान या फैक्ट्री का। आपको अलग-अलग श्रेणी के कनेक्शन के लिए बिजली की अलग-अलग दर नहीं देनी होगी। जल्द सभी श्रेणियों के लिए बिजली की दर एक होगी। बिजली के इस्तेमाल और लोड के आधार पर बिल देना होगा।
बिजली मंत्रालय ने नई ‘टैरिफ नीति’ में बदलाव का प्रस्ताव किया है। टैरिफ नीति में यह प्रस्ताव शामिल होने के बाद अलग-अलग श्रेणियों के लिए अलग-अलग बिजली दर बीते दिनों की बात हो जाएगी। नई नीति अगले साल एक अप्रैल से लागू होने की संभावना है। बिजली मंत्री आर के सिंह की अगुआई में बिजली मंत्रालय लगातार इस मुद्दे पर राज्यों के साथ चर्चा कर रहा है। नई नीति के मुताबिक, लोड की अधिकतम पांच श्रेणियां होंगी। पहली दो किलोवाट तक, दूसरी दो से पांच किलोवाट, तीसरी पांच से दस किलोवाट, चौथी दस से 25 किलोवाट और पांचवीं 25 किलोवाट से अधिक होगी।
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जुर्माना लगेगा
कोई व्यक्ति अगर बिजली की अधिक खपत होने के बावजूद कम लोड का बिजली कनेक्शन लेता है और उसकी औसत बिजली खपत अधिक होती है, तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा।
पांच स्लैब होंगे
बिजली खपत के स्लैब भी पांच होंगे। पहला स्लैब दो सौ यूनिट तक होगा। इसके बाद दो सौ से चार सौ यूनिट, चार सौ से आठ सौ यूनिट, आठ सौ से 12 सौ यूनिट और पांचवा स्लैब 12 सौ से अधिक यूनिट का होगा। हर श्रेणी के लिए अलग दर रहेगी।
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सब्सिडी का लाभ मिलेगा
प्रस्ताव के मुताबिक, राज्य सरकार दो किलोवाट या अधिकतम पांच किलोवाट के कनेक्शन पर हर माह सब्सिडी दे सकती है। कोई उपभोक्ता तय यूनिट से अधिक बिजली खर्च करता है, तो उसे सब्सिडी का लाभ नहीं मिलेगा।