उत्तर प्रदेश के हाथरस में 19 वर्षीय दलित युवती के साथ कथित तौर पर हुई गैंगरेप की घटना को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को दिल्ली स्थित वाल्मिकी मंदिर जाकर प्रर्थना सभा में हिस्सा लिया।
यूपी पुलिस पर पीड़िता के परिवार ने रात में जबरदस्ती युवती के शव के दाह-संस्कार का आरोप लगाया। जिला अधिकारियों ने बताया कि कि उन्होंने पीड़िता के परिवारों की सहमति से ऐसा किया। लेकिन, जिस तरह से पूरी चीजें सामने आई हैं उसके बाद प्रशासन पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं।
प्रियंका गांधी ने प्रार्थना सभा के दौरान कहा, “इसीलिए मैं आपके बीच आई हूं, जब मैंने सुना की आपके समाज, वाल्मीकि समाज ने उनके लिए प्रार्थना सभा रखी है। मैं इसीलिए यहां आई कि आपको और उनके परिवार को कभी महसूस नहीं होने देना चाहिए कि वे अकेले हैं, हम सभी से आग्रह करते हैं, अपनी आवाज़ उठाओ।”
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कांग्रेस नेता ने देश की हर महिलाओं से अपील की कि वे नाइंसाफी के खिलाफ अपनी आवाज उठाएं। उन्होंने कहा- “जो इस लड़की के साथ हुआ, जो उसके परिवार के साथ हो रहा है, उन पर अन्याय पर अन्याय हो रहा है। इसके खिलाफ इस देश की एक-एक महिला और एक-एक पुरुष की आवाज़ उठनी चाहिए। जो भी उस लड़की के साथ किया गया उसको झेलते हुए भी सरकार की कोई मदद नहीं मिली।”
एक दिन पहले गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल और प्रियंका गांधी दोनों ही हाथरस पीड़िता के परिवारों से मिलने के लिए जा रहे थे। लेकिन, यूपी पुलिस ने उन्हें ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर रोक लिया था। इस दौरान, राहुल ने पुलिस पर बदसलूकी और धक्का देकर जमीन पर गिराने का आरोप भी लगाया।
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उधर, हाथरस के डीएम का एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें वह पीड़िता के परिवार को यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि मीडिया वाले तो कल चले जाएंगे, लेकिन प्रशासन को यहीं पर रहना है। पीड़िता के परिवारवालों ने पुलिस पर धमकाने भी आरोप लगाया है।
गौरतलब है कि 14 सितंबर को हाथरस की दलित युवती के साथ गैंगरेप हुआ था। ऐसा आरोप है कि गैंगरेप के बाद आरोपियों ने युवती की जीभ काट दी थी और रीढ़ की हड्डी तोड़ दी थी। पीड़िता की हालत बेहद खराब होने के बाद उसे इलाज के लिए उन्हें दिल्ली ले जाया गया। लेकिन मंगलवार की सुबह पीड़िता ने सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। उत्तर प्रदेश की पुलिस पर मामले में लीपापोती का आरोप लगा है।
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