दिल्ली में बवाल के बाद हरियाणा सरकार का अहम कदम, तीन जिलों में रोकी गईं इंटरनेट और SMS सेवाएं
किसानों की परेड में हिंसा होने के चलते दिल्ली एनसीआर के कुछ हिस्सों में रोकी गई इंटरनेट सेवा के बाद हरियाणा सरकार ने भी बड़ा कदम उठाया है। मनोहर लाल खट्टर सरकार ने राज्य के तीन जिलों में इंटरनेट...
किसानों की परेड में हिंसा होने के चलते दिल्ली एनसीआर के कुछ हिस्सों में रोकी गई इंटरनेट सेवा के बाद हरियाणा सरकार ने भी बड़ा कदम उठाया है। मनोहर लाल खट्टर सरकार ने राज्य के तीन जिलों में इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी है। यह रोक कल शाम पांच बजे तक जारी रहेगी। मालूम हो कि कृषि कानूनों के खिलाफ हजारों की संख्या में किसानों ने देश के 72वें गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर परेड का आयोजन किया था। इस दौरान, कुछ किसानों और पुलिस के जवानों के बीच टकराव हो गया।
हरियाणा सरकार ने मंगलवार शाम को इंटरनेट पर रोक लगाने संबंधी जानकारी देते हुए कहा, ''गलत जानकारियों को चेक करने के लिए हरियाणा के सोनीपत, पलवल और झज्जर जिलों में कल शाम पांच बजे तक के लिए इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बाधित रहेंगी।'' बता दें कि आंदोलनकारी किसानों के ट्रैक्टरों पर सवार होकर राजधानी में अंदर तक आ जाने और पुलिस के साथ उनकी झड़प के बाद केंद्र सरकार ने सिंघु, गाजीपुर, टिकरी आदि बार्डरों तथा उनके आस-पास के क्षेत्रों में इंटरनेट सेवा आज अस्थायी रूप से बंद कर दी है।
गृह मंत्रालय ने मंगलवार को एक आदेश जारी कर भारतीय टेलिग्राफ अधिनियम 1885 के तहत प्रावधानों का इस्तेमाल करते हुए सिंघु, गाजीपुर, टिकरी, नांगलोई और मुकरबा चौक तथा इनसे लगते राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के आस पास के क्षेत्रों में दिन में बारह बजे से रात 11 बजकर 59 मिनट तक इंटरनेट सेवा अस्थायी तौर पर बंद करने का निर्णय लिया है। मंत्रालय ने कहा है कि यह फैसला सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति बनाये रखने और किसी भी तरह की आपात स्थिति को टालने के लिए लिया गया है।
Internet and SMS services to remain suspended in Sonipat, Palwal, and Jhajjar districts of Haryana till 5 pm tomorrow to check misinformation: Haryana government
— ANI (@ANI) January 26, 2021
बैरिकेड्स तोड़कर लालकिले तक पहुंच गए किसान
इससे पहले आंदोलनकारी किसान कई जगहों से पुलिस बेरिकेड तोड़कर राजधानी दिल्ली में लाल किला तथा आईटीओ के क्षेत्रों में पहुंच गये। कुछ जगहों पर पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच झड़प भी हुई। नए कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे किसान संगठनों ने गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में ट्रेक्टर परेड निकालने का ऐलान किया था। पुलिस और किसान नेताओं के बीच सहमति बनी थी कि ट्रेक्टर परेड दिल्ली के बाहर के इलाकों में होगी और इसके बाद किसान वापस चले जायेंगे हालाकि आंदोलनकारी सहमति को दरकिनार कर लालकिले तक पहुंच गए और अपना झंडा भी लहरा दिया।