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गुरुग्राम लोकसभा में सिर्फ बनवारी लाल बचा पाए उम्मीदवारी, मंत्री तक का कट गया टिकट

चिकित्सा क्षेत्र से राजनीति में आए डॉ. बनवारी लाल को छोड़कर कोई भी दोबार भाजपा नेतृत्व का भरोसा नहीं जीत सका। कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह, गुरुग्राम से रिकॉर्ड मतों से जीते उमेश अग्रवाल समेत तीन...

गुरुग्राम लोकसभा में सिर्फ बनवारी लाल बचा पाए उम्मीदवारी, मंत्री तक का कट गया टिकट
अचलेन्द्र कटियार,गुरुग्रामFri, 04 Oct 2019 03:08 PM
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चिकित्सा क्षेत्र से राजनीति में आए डॉ. बनवारी लाल को छोड़कर कोई भी दोबार भाजपा नेतृत्व का भरोसा नहीं जीत सका। कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह, गुरुग्राम से रिकॉर्ड मतों से जीते उमेश अग्रवाल समेत तीन अन्य विधायकों को पार्टी ने टिकट काट दिया। गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र में तीन जिले आते हैं। इनमें गुरुग्राम जनपद के साथ मेवात (अब नूंह), और रेवाड़ी हैं। भाजपा ने 2014 के चुनाव में गुरुग्राम की चारों सीटों के साथ रेवाड़ी की दोनों सीटों पर विजय हासिल की थी, हालांकि पार्टी को मेवात जिले तीनों सीटों पर हार मिली थी। पांच साल के पहले कार्यकाल के बाद पार्टी ने छह सीटों से जीते पांच विधायकों की टिकट काट दिए और संगठन से जुड़े नए चेहरों को मैदान में उतार दिया। इससे सबसे बड़ा झटका राव नरबीर सिंह को लगा। 

पार्टी ने भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष मनीष यादव को टिकट दिया है, वे युवा हैं और अमेरिका से पढ़े हैं। इसी प्रकार गुरुग्राम सीट से भाजपा ने सुधीर सिंगला टिकट दी हैं वे पूर्व मंत्री सीताराम सिंगला के बेटे हैं और पेशे से वकील है। इसी प्रकार पार्टी ने जिले की सुरक्षित सीट पटौदी से सत्यप्रकाश जरावता को प्रत्याशी बनाया है। एलएलबी तक पढ़े जरावता संगठन से जुड़े होने और मुख्यमंत्री का विश्वस्त होने के चलते टिकट मिली है। इसी प्रकार, सोहना में पार्टी ने पूर्व मंत्री कंवर सूरज पाल सिंह के बेटे संजय सिंह को उम्मीदवार बनाया है, हालांकि 2009 और 2014 को चुनाव नूंह विधानसभा से लड़ चुके हैं।

बाहरी विधायकों पर भरोसा
भाजपा ने भले अपने छह विधायकों में से पांच में टिकट काट दिए लेकिन 2014 में इनेलो के टिकट पर जीते और फिर एक महीने पहले पार्टी में आए विधायकों पर भरोसा व्यक्त किया है। इनमें मेवात जिले की नूंह सीट से जीते चौधरी जाकिर हुसैन और फिरोजपुर झिरका से जीते नसीम अहमद शामिल हैं। दोनों पिछली बार इनेलो की टिकट पर जीतकर विधानसभा पहुंचे थे, हालांकि पार्टी ने पुन्हाना से निर्दलीय जीते और समर्थन देने वाले रहीशा खान को मौका नहीं दिया। वह लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी में शामिल हो गए थे। अब देखना होगा कि मेवात में कमल खिलाने के लिए भाजपा की कोशिश सफल होती है या फिर नहीं।

नौक्षम-मनीष सबसे युवा
भाजपा के सभी नौ प्रत्याशियों की औसतन उम्र 46 के करीब है, हालांकि इनमें पुन्हाना से प्रत्याशी बनी नौक्षम चौधरी सबसे युवा है। 26 साल है, वह विदेश में पढ़ी हैं। इसी प्रकार बादशाहपुर से उम्मीदवार मनीष यादव उम्र के मामले में दूसरे नंबर पर हैं। उनकी उम्र 36 साल है। उम्र के मामले में संजय सिंह की उम्र 43 साल है, जबकि सत्य प्रकाश जरावता और संजीव सिंगला की उम्र क्रमश: 52 और 53 साल है। फिरोजपुर झिरका से प्रत्याशी बने नसीम अहम की उम्र 40 साल है, जब नूंह से प्रत्याशी चौ. जाकिर हुसैन की उम्र 55 साल है। रेवाड़ी से उम्मीदवार सुनील मुसेपुर की उम्र 48 और दोबारा विधायक के तौर पर दोबारा टिकट पाने में कामयाब रहे डॉ. बनवारी लाल की उम्र 62 साल है। वह सभी 9 प्रत्याशियों में सबसे वरिष्ठ हैं।

इनके टिकट कटे
1. राव नरबीर सिंह
2. उमेश अग्रवाल
3. तेजपाल तंवर
4. बिमला चौधरी
5. रणधीर कापड़ीवास

गुरुग्राम: निर्दलीय उम्मीदवार राकेश दौलताबाद सबसे अमीर प्रत्याशी, दूसरे नंबर पर मोहित ग्रोवर

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