चिड़ियाघर में आवारा कुत्तों का हमला, छह काले हिरणों की मौत
गुजरात के वडोदरा के सयाजी बाग में कथित तौर पर आवारा कुत्तों के हमले में संरक्षित जीवों की सूची में शामिल छह काले हिरणों की मौत हो गई। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। हालांकि, वीएमसी ने इस दावे...
गुजरात के वडोदरा के सयाजी बाग में कथित तौर पर आवारा कुत्तों के हमले में संरक्षित जीवों की सूची में शामिल छह काले हिरणों की मौत हो गई। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। हालांकि, वीएमसी ने इस दावे पर सवाल उठाए हैं।
वडोदरा नगर निगम (वीएमसी) के आयुक्त अजय भाडू ने बताया कि शुक्रवार को हुई इस घटना में मृत मिले इन काले हिरणों के नमूने आणंद के पशु चिकित्सालय में भेज दिए गए हैं। ताकि इनकी मौत के कारणों का पता लगाया जा सके। उन्होंने बताया कि गत शुक्रवार को आवारा कुत्तों के एक झुंड ने काले हिरण के बाड़े में घुसकर उन पर हमला कर दिया।
भाडू ने बताया कि छह हिरणों में से केवल तीन-चार की ही पीठ और पैरों पर कुत्ते के काटने के निशान हैं, जो उनके मरने की वजह नहीं हो सकते। उन्होंने कहा, पशुपालन विभाग के पशु चिकित्सकों की मौजूदगी में काले हिरणों का पोस्टमार्टम किया गया, पर उन्होंने कुत्तों के काटने से उनकी मौत होने से इनकार कर दिया।
आयुक्त ने कहा, दो काले हिरण बुरी तरह घायल हो गए थे, क्योंकि आवारा कुत्तों ने उन्हें बुरी तरह नोंच लिया था। उन्होंने इस मामले में चिड़ियाघर के कर्मचारियों के खिलाफ कड़े कदम उठाने की चेतावनी दी है। साथ ही कहा कि सुरक्षा में लगी निजी एजेंसी के खिलाफ भारी जुर्माना लगाया जा सकता है।
संवेदनशील और डरपोक जानवर होते हैं काले हिरण
वहीं, वीएमसी चिड़ियाघर संरक्षक डॉ प्रत्यूष पाटणकर ने कहा, काले हिरण संवेदनशील और डरपोक जानवर होते हैं। वे कुत्तों को देखने के बाद डर कर भाग गए होंगे। शायद उनकी मौत कुत्तों के काटने की बजाय सदमे से हुई है। उन्होंने कहा, हमने दिल्ली स्थित केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण को घटना की जानकारी दे दी है। आणंद से रिपोर्ट मिलने के बाद उन्हें विस्तृत जानकारी मुहैया कराई जाएगी।
गौरतलब है कि वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की पहली अनुसूची में शामिल काले हिरण विशेष रूप से संरक्षित नस्ल है।