आश्चर्यजनक : पुर्तगाल के फर्जी पासपोर्ट पर 'दुनिया' घूम आया गुजरात का शख्स, मुंबई आते ही पहुंच गया जेल
आरोपी की पहचान गुजरात के खेड़ा जिले के मूल निवासी मुजीब हुसैन काजी के रूप में हुई है। अपनी गिरफ्तारी के बाद, काजी ने पुलिस को बताया कि वह 2010 में एक स्टूडेंट वीजा पर ब्रिटेन गया था।

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गुजरात के रहने वाले एक 32 वर्षीय व्यक्ति को फर्जी पासपोर्ट के जरिए पिछले 5 साल में कथित तौर पर तीन देशों की यात्रा करने के आरोप में मुंबई में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी की पहचान गुजरात के खेड़ा जिले के मूल निवासी मुजीब हुसैन काजी के रूप में हुई है। अपनी गिरफ्तारी के बाद, काजी ने पुलिस को बताया कि वह 2010 में एक स्टूडेंट वीजा पर यूनाइटेड किंगडम गया था और वीजा खत्म होने के बाद से वह वहां अवैध रूप से काम कर रहा था।
मुंबई के सहार थाने के एक अधिकारी ने कहा कि 2018 में, वह पुर्तगाल जाने में कामयाब रहा, जहां उसने एक एजेंट के माध्यम से फर्जी पासपोर्ट हासिल किया। इस पासपोर्ट का उपयोग करके, उसने भारतीय वीजा प्राप्त किया और कम से कम तीन बार भारत का दौरा किया और वह फ्रांस भी गया। वह बुधवार को पेरिस से उड़ान भरकर दोहा होते हुए मुंबई आया था।
मुंबई एयरपोर्ट पर उतरते ही पकड़ा
काजी बुधवार दोपहर 1:45 बजे छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उतरा था, जहां उसे इमिग्रेशन अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया, क्योंकि उसका पासपोर्ट फ्लैग किया गया था।
एक अधिकारी ने कहा कि काजी ने इमिग्रेशन अधिकारियों को अपना पुर्तगाली पासपोर्ट जमा किया, जिसमें उसका नाम सुल्तान फकीर मोहम्मद के रूप में दर्ज था। सिस्टम में पासपोर्ट नंबर डालने पर अधिकारी को पता चला कि पुर्तगाली सरकार द्वारा काजी के खिलाफ एक लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया था।
तीन बार आया था भारत
सर्कुलर में कहा गया है कि व्यक्ति एक नकली पहचान का इस्तेमाल करने वाला एक बहुरूपिया था और उसने 2018 में फर्जी तरीके से पासपोर्ट प्राप्त किया था। जब पुलिस और इमिग्रेशन अधिकारियों ने उसके यात्रा रिकॉर्ड की जांच की तो उन्होंने पाया कि उसने 2019, 2020 और 2022 में भारत की तीन बार यात्रा की थी और उसी पासपोर्ट का उपयोग करके वापस लंदन चला गया था।
अधिकारी ने कहा कि हम राजनयिक चैनलों के माध्यम से पुर्तगाल, ब्रिटेन और साथ ही फ्रांस में संबंधित अधिकारियों को आधिकारिक अनुरोध भेजेंगे ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह पांच साल तक कैसे उड़ान भरने में कामयाब रहा। उसके खिलाफ प्रक्रिया आपसी कानूनी समझौते संधियों के प्रावधानों के तहत शुरू की जाएगी। हम पुर्तगाली अधिकारियों के संपर्क में हैं।
काजी पर भारतीय दंड संहिता की प्रासंगिक धाराओं के तहत धोखाधड़ी, जालसाजी और जाली दस्तावेज के बेईमानी से उपयोग के साथ-साथ पासपोर्ट अधिनियम, 1937 के तहत पासपोर्ट प्राप्त करने के लिए गलत जानकारी प्रस्तुत करने के लिए मामला दर्ज किया गया है।