गुजरात चुनावः पीएम मोदी ने भरी सी-प्लेन से उड़ान, कांग्रेस ने बताया, 'हवा-हवाई'
कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी के अहमदाबाद में साबरमती नदी से सी-प्लेन के जरिए उड़ान भरने पर निशाना साधा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात चुनाव के दूसरे चरण के प्रचार...
कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी के अहमदाबाद में साबरमती नदी से सी-प्लेन के जरिए उड़ान भरने पर निशाना साधा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात चुनाव के दूसरे चरण के प्रचार के आखिरी दिन सीप्लेन से उड़ान भरकर धरोई डैम पहुंचे। वहां पर उन्होंने अंबाजी मंदिर में प्रार्थना की। कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद अहमदाबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी गुजरात के वास्तविक मुद्दे भूल गए हैं। कांग्रेस ने पीएम मोदी के सी-प्लेन से उड़ान भरने को 'हवा-हवाई' बताया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंबाजी मंदिर से दर्शन करने के बाद अहमदाबाद पहुंच चुके हैं। पीएम मोदी मंगलवार को पहले अहमदाबाद के साबरमती रिवर फ्रंट पहुंचे और यहां से सी-प्लेन के जरिए धरोई डैम पहुंचे। करीब 30 मिनट की यात्रा के बाद पीएम मोदी धरोई डैम पहुंचे और यहां से वह अंबाजी मंदिर के लिए रवाना हुए थे। पीएम मोदी अब से थोड़ी देर में अंबाजी मंदिर में दर्शन करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी के रोड शो को पुलिस की ओर से सुरक्षा व्यवस्था का हवाला देते हुए कैंसिल कर दिया गया था। गुजरात में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान आज शाम पांच बजे थम जाएगा। बुधवार को दूसरे चरण में 93 सीटों पर 14 दिसंबर को सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक वोट डाले जाएंगे।
गुजरात चुनाव: जिस सी-प्लेन में सवार हुए पीएम मोदी जानें उसकी खूबियां
लाइव अपडेट्स
1:08 मिनट: पीएम मोदी ने मां अंबाजी के दर्शन किए और शक्ति पीठ की पूजा के लिए बैठे।
1:05 मिनट: पीएम मोदी बनासकांठा के अंबाजी मंदिर पहुंचे।
12:30 मिनट: धरोई डैम से अंबाजी मंदिर के रास्ते पीएम मोदी ने की लोगों से मुलाकात।
10:50 मिनट: पीएम मोदी धरोई डैम रवाना होने के लिए सी-प्लेन में सवार हुए।
10:40 मिनट: पीएम मोदी अहमदाबाद स्थित साबरमती रिवर फ्रंट पहुंचे यहां से धरोई डैम के लिए रवाना होंगे।
अम्बाजी शक्ति पीठः पीएम मोदी ने किये दर्शन, जानिए अंबाजी की पूरी कहानी
जानिए अम्बाजी शक्ति पीठ के बारे में
बनासकांठा में स्थित अंबाजी मंदिर देश के 51 शक्तिपीठों में माना हुआ शक्तिपीठ है। कहा जाता है कि इस मंदिर में देवी सती का हृदय गिरा था। ‘तंत्र-चूड़ामणि’ ग्रंथ में इस बात का उल्लेख भी मिलता है। अंबाजी मंदिर गुजरात-राजस्थान सीमा पर अरावली शृंखला के अरासुर पर्वत पर स्थित है, जो देश का एक अत्यंत प्राचीन मंदिर है। सामान्य मंदिरों के उलट इस मंदिर के गर्भगृह में देवी की कोई प्रतिमा स्थापित नहीं है। मंदिर में देवी की प्रतिमा के स्थान पर हिन्दुओं के पवित्र श्रीयंत्र का पूजन होता है। इस यंत्र को भी श्रद्धालु प्रत्यक्ष तौर पर सीधी आंखों से नहीं देख सकते हैं। यहां इसका फोटो खींचना भी वर्जित है। पुजारी श्रीयंत्र का श्रृंगार करते हैं और कहते हैं कि यह इतना अद्भुत होता है कि ऐसा लगता है मां अंबाजी यहां साक्षात विराजमान हैं। इसके समीप ही पवित्र अखण्ड ज्योति जलती है, जिसके बारे में कहते हैं कि यह कभी नहीं बुझी। इस मंदिर के विषय में प्रचलित मान्यता है है कि यहीं पर भगवान् श्रीकृष्ण का मुंडन संस्कार संपन्न हुआ था। लोग यह मानते हैं कि भगवान राम भी शक्ति-उपासना के लिए यहां आए थे। यहां हर साल भाद्रपद माह की पूर्णिमा को एक विशाल मेला लगता है। नवरात्र के मौके पर यहां दूर-दूर से श्रद्धालु देवी मां के दर्शन के लिए इकट्ठे होते हैं।
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