गिरिराज सिंह का पूरे भारत में NRC पर बयान- एक देश और एक नागरिकता ही है हिंदुस्तान की पहचान
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान बुधवार को गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में कहा कि अवैध लोगों की पहचान के लिए पूरे देश में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) लागू होगा और इसमें सभी धर्मों और...
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान बुधवार को गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में कहा कि अवैध लोगों की पहचान के लिए पूरे देश में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) लागू होगा और इसमें सभी धर्मों और संप्रदायों के लोगों को शामिल किया जाएगा। ऐसे में इसका समर्थन करते हुए बिहार के बेगूसराय से बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा- 'एक देश एक कानून और एक नागरिकता, यही है हिंदुस्तान की पहचान। एनआरसी है हिंदुस्तान की मांग।'
गौरतलब है कि एनआरसी को लेकर अमित शाह के बयान के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बुरी तरह भड़क गई थीं। ममता बनर्जी ने लोगों को आश्वस्त किया कि वह अपने राज्य में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) की इजाजत नहीं देंगी। बनर्जी ने एक जनसभा को यहां संबोधित करते हुए कहा, कुछ लोग ऐसे हैं जो राज्य में एनआरसी लागू करने के नाम पर अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। मैं यह स्पष्ट कर देना चाहती हूं कि हम बंगाल में एनआरसी की कभी अनुमति नहीं देंगे।
एक देश एक कानून और एक नागरिकता, यही है हिंदुस्तान की पहचान।
— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) November 22, 2019
NRC है हिंदुस्तान की मांग।
उन्होंने कहा, ''कोई आपकी नागरिकता छीनकर आपको शरणार्थी नहीं बना सकता है। धर्म के आधार पर कोई बंटवारा नहीं होगा। पश्चिम बंगाल में एनआरसी लागू करने से पहले भाजपा को यह बताना चाहिए कि 14 लाख हिंदू और बंगालियों का नाम असम में एनआरसी सूची में क्यों नहीं है।असम में एनआरसी की अंतिम सूची में 19.6 लाख लोगों के नाम नहीं आने के बाद बंगाल में प्रस्तावित एनआरसी ने लोगों के बीच घबराहट पैदा कर दी और उसमें 11 लोगों की जान चली गई।