गुलाम नबी आजाद की सभा में जुटे 'G23' के नेता, कपिल सिब्बल बोले- कमजोर कांग्रेस सच्चाई है
कांग्रेस में संगठन चुनाव कराने और नियमित अध्यक्ष की नियुक्ति की मांग करते हुए सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखने वाले दिग्गज नेताओं का जमावड़ा शनिवार को जम्मू में लगा। सीनियर कांग्रेस लीडर गुलाम नबी आजाद...
कांग्रेस में संगठन चुनाव कराने और नियमित अध्यक्ष की नियुक्ति की मांग करते हुए सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखने वाले दिग्गज नेताओं का जमावड़ा शनिवार को जम्मू में लगा। सीनियर कांग्रेस लीडर गुलाम नबी आजाद के राज्यसभा से रिटायरमेंट के कुछ दिनों बाद आयोजित सभा में कई दिग्गज नेताओं ने हिस्सा लिया। शांति सम्मेलन नाम से आयोजित कार्यक्रम में इन नेताओं ने मुखरता के साथ पार्टी को लेकर अपनी बात रखी। सीनियर लीडर और अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने इस दौरान कहा, 'यह सच्चाई है कि कांग्रेस लगातार कमजोर होती जा रही है। इसलिए हम लोग यहां जुटे हैं। हम इससे पहले भी इकट्ठा हुए थे और हमें कांग्रेस पार्टी को आगे ले जाना है।'
यही नहीं कपिल सिब्बल ने गुलाम नबी आजाद के राज्यसभा से रिटायरमेंट को लेकर भी सवाल उठाया। कपिल सिब्बल ने कहा, 'आजाद एक ऐसे नेता हैं, जो हर राज्य के हर जिले में कांग्रेस की हकीकत और उसकी ताकत के बारे में जानते हैं। हमें दुख हुआ, जब यह पता चला कि वह अब संसद में नजर नहीं आएंगे। हम नहीं चाहते थे कि वह संसद से जाएं। मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि आखिर कांग्रेस उनके अनुभव का इस्तेमाल क्यों नहीं कर रही है।' यही नहीं कपिल सिब्बल ने गुलाम नबी आजाद की तुलना पार्टी के एक इंजीनियर से की।
The truth is that we see Congress party getting weak. That is why we have gathered here. We had gathered together earlier too and we have to strengthen the party together: Congress leader Kapil Sibal at 'Shanti Sammelan' in Jammu pic.twitter.com/x4KSo68TbO
— ANI (@ANI) February 27, 2021
कपिल सिब्बल ने कहा, 'गुलाम नबी आजाद की असल में भूमिका क्या थी? एक व्यक्ति जो विमान उड़ाता है, वह अनुभवी व्यक्ति होता है। एक इंजीनियर उसके साथ होता है, जो इंजन या विमान के किसी हिस्से में गड़बड़ी आने पर उसे ठीक करता है। गुलाम नबी आजाद भी उसी इंजीनियर की तरह पार्टी के लिए काम करते रहे हैं।' इस मौके पर पार्टी के सीनियर लीडर और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा भी मौजूद थे। आनंद शर्मा ने कहा, 'बीते एक दशक में कांग्रेस कमजोर हुई है। हम पार्टी की बेहतरी के लिए आवाज उठा रहे हैं। पार्टी को एक बार फिर से हर स्तर पर मजबूत किए जाने की जरूरत है। नई पीढ़ी को पार्टी से जोड़ने की जरूरत है। हमने कांग्रेस के अच्छे दिन भी देखे हैं। हम अपनी इस उम्र में कांग्रेस को कमजोर नहीं देखना चाहते।'
आनंद शर्मा ने कहा कि हम सभी आज जहां हैं, वहां तक पहुंचने के लिए एक लंबा रास्ता तय किया है। हममें से कोई ऐसा नहीं है, जो खिड़की के रास्ते आ गया हो। सभी दरवाजे से ही आए हैं। हम सभी लोग छात्र आंदोलन से निकले हैं। उन्होंने कहा कि मैंने किसी को यह अधिकार नहीं दिया है कि वह हमें बताए कि हम कांग्रेस में हैं या नहीं। यह हक किसी को नहीं है। हम पार्टी को बनाएं और उसे मजबूत करेंगे। हम कांग्रेस की एकता और मजबूती में यकीन करते हैं।